उत्तराखंड के घढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र के दूर-दराज अस्पतालों में काम करने के लिए 48 नए डाक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है जो जल्दी ही अपना काम करना शुरु कर देंगे।श्रीनगर मेडिकल कालेज से पास आउट हुए इन डाक्टरों को प्रदेश के स्वास्थय विभाग ने मेरिट के आधार पर जिले निर्धारित करना शुरु कर दिए हैं।अप्रैल के पहले हफ्ते से यह डाक्टर अपना काम संभाल लेंगे।
श्रीनगर मेडिकल कालेज में 48 डाक्टरों की काउंसलिंग के बाद उनकों उनके जिले निर्धारित कर दिये गए।टिहरी को सबसे ज्यादा यानि 20 डाक्टर मिले हैं।10 डाक्टर पौड़ी तो 10 डाक्टर टिहरी जिलें में तैनात होंगे।7 डाक्टरों को नैनीताल जिला,तो 6 डाक्टरों को अल्मोड़ा,2 डाक्टरों को चंपावत और उत्तरकाशी,बागेश्वर,पिथौरागढ़ जिलों को 1-1 डाक्टर मिला है।सरकारी फीस पर एमबीबीएस करने वाले इन डाक्टरों को बांड के अनुसार 5 साल की सेवा जरुरी रुप से पहाड़ पर देनी है।इन पांच सालों में इनका काम पहला साल मेडिकल कालेज में जेार का रहता है उसेक बाद बचे चार साल दूर दराज के अस्पतालों में काम करने का होता है।
प्रदेश सरकार के इस कदम से पहाड़ की स्वास्थय संबंधी समस्याओं से निजात तो मिलेगा ही,इसके साथ ही युवा डाक्टरों को अपनी भूमिका भी समझ आएगी।



















































