(भरारीसैण) पहाड़ की पारंपरिक वेष भूषा में सजे और संवरे किशोर किशोरियों ने छोलिया, पांडव नृत्य के साथ शीत कालीन सत्र में शामिल होने मंत्रियों विधायकों और अतिथियों का जोरदार स्वागत किया। भरारीसैण में सुबह कड़ाके की ठंड थी, हालांकि अब धूप खिली है। भरारीसैण की खूबसूरती देख यहां आये सभी लोगों के चेहरे भी खिल उठे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के चेहरे पर भी गजब का उत्साह और खुशी दिखी। बोले पहाड़ों की खूबसूरती का क्या कहना। भरारीसैण विधानसभा शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले यज्ञ किया गया। उसके बाद विधायकों मंत्रियों समेत यहां आए लोगों का स्वागत पहाड़ी टोपी और शाॅल के साख किया गया।
सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने नगर निकायों व नगर पालिका व पंचायतों के विस्तार के कारण ग्राम प्रधानों, क्षेत्र प्रमुखों की बर्खास्तगी के सवाल के साथ सरकार को घेरा। वहीं विधान सभा भवन के आगे परिसर में जुटे लोगों के चेहरे पर सवाल था कि राजधानी का क्या होगा।
गोपेश्वर से आये गोविंद सिंह रावत कहते है कि राजधानी पर क्या तोहफा मिलेगा इसकी आश लगी है। उत्तराखंड आंदोलनकारी और शिक्षा से जुड़े जोध सिंह रावत कहते है कि विधान सभा सत्र तो अच्छी बात पर राजधानी के मसले पर अब तो टाल बराई नहीं होनी चाहिए। वे गैरसैण में लंबे समय से शिक्षा और सामाजिक कार्यों में जुटे हैं। डॉ. अवतार सिंह कहते है कि राज्य के लिए आंदोलन किया अब राजधानी के लिए भी लोगों को आगे आना होगा।