प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि एनआईटी श्रीनगर राज्य के लिए महत्वपूर्ण है और इसका निर्माण सुमाड़ी, श्रीनगर में पूर्व चयनित स्थान पर होना चाहिए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.टी.) सुमाड़ी, श्रीनगर के स्थायी कैम्पस निर्माण सम्बन्धी बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अों से एनआईटी श्रीनगर के भूमि चयन, प्रस्तावित भवन निर्माण सम्बन्धी सभी तथ्यों की जानकारी ली। इसके लिए मुख्यमंत्री स्वंय सभी तथ्यों के साथ भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात कर एनआईटी का कैम्पस निर्माण शीघ्र शुरू कराने का अनुरोध करेंगे।
बैठक में उपस्थित उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि एनआईटी सुमाड़ी श्रीनगर को लेकर उनकी स्वयं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से वार्ता हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि एनआईटी के स्थायी कैम्पस का निर्माण सुमाड़ी श्रीनगर में ही होगा।
निदेशक, तकनीकि शिक्षा डा. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि पिछले वर्षों में एनआईटी के निर्माण हेतु कार्यदायी संस्था एनबीसीसी द्वारा जो भी स्टडी की गई वो सभी सकारात्मक है और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2013 में गठित साइट सेलेक्शन कमेटी ने भी एनआईटी श्रीनगर हेतु सुमाड़ी में चयनित भूमि को उपयुक्त माना है। इसके बाद ही एचआरडी मंत्रालय ने एनबीसीसी को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया।
डाॅ. पाण्डेय ने यह भी बताया कि एनआईटी श्रीनगर की भूमि कैम्पस निर्माण अनुपयुक्त होने की कोई अधिकारिक सूचना राज्य सरकार को कभी नही दी गई और न ही कभी राज्य सरकार का पक्ष जानने का प्रयास किया गया।





















































