यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में दाखिले का दौर शुरू हो चुका है। छात्र अपने भविष्य की राह बनाने के लिए कोटे का लाभ ले सकते हैं। छात्रों के लिए तकरीबन सभी संस्थानों में कोटे की व्यवस्था है। हालांकि यह व्यवस्था सरकारी संस्थानों में ज्यादा है, लेकिन निजी विश्वविद्यालयों में भी श्रेणीवार रिजर्वेशन दिया जाता है। यही नहीं छात्रों को दाखिले में विभिन्न श्रेणियों के तहत नंबरों में भी वेटेज दिया जाता है।
बेहतर संस्थान का सपना देख रहे युवाओं के लिए कोटे की सीटें काफी मददगार साबित हो सकती हैं। राज्स में न सिर्फ एससीएसटी और ओबीसी वर्ग के लिए विशेष व्यवस्था है बल्कि जिन छात्रों की पारिवारिक सालाना आय कम है उनके लिए भी विशेष व्यवस्था है। उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी की बात करें तो यहां करीब तीन हजार छात्र रिजर्व सीटों का लाभ लेकर अपने सपने को साकार कर रहे हैं।
अतिरिक्त नंबर हासिल करने का भी फायदा
रिजर्वेशन के अलावा छात्रों को अतिरिक्त अंक हासिल करने में का भी मौका मिलता है। यह अंक वेटेज भी सरकारी नियमों के अनुसार पहले से निर्धारित है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी के छात्र को यूजी के बाद पीजी स्तर की पढ़ाई करने में इसका वेटेज दिया जाता है। उत्तराखंड बोर्ड के छात्रों को भी कई संस्थानों में 5 नंबर तक का वेटेज दिए जाने की व्यवस्था है। हालांकि यह व्यवस्था इस साल से लागू नहीं है। लेकिन इसके अलावा एनसीसी, स्काउट गाइड, विवि. और कॉलेज के शिक्षक व कर्मचारियों के बच्चों को अलग से वेटेज दिए जाने की व्यवस्था है। यूनिवर्सिटी में इंडस्ट्रिज स्पॉन्सर्ड और फोरन नेशनल छात्र-छात्राओं को भी विशेष दस प्रतिशत का वेटेज दिया जाता है।
श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी में वेटेज
श्रेणी वेटेज
- एससी 19
- एसटी 04
- ओबीसी 14
- सब कैटेगरीज
- गल्र्स 30
- फिजिकली हैंडिकैप 03
- फ्रीडम फाइटर 02
- डीएफ 05
उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में स्टेट वेटेज
- श्रेणी वेटेज
- जनरल 63
- एससी 19
- एसटी 04
- ओबीसी 10
- सब कैटेगरीज
- गल्र्स 30
- फिजिकली हैंडिकैप 03
- आम्र्ड फोर्सेस 05
- फ्रीडम फाइटर 02
- डीएफ 05
ऑल इंडिया लेवल पर वेटेज - जनरल 77.5
- एससी 15
- एसटी 7.5
अंकों के हिसाब से वेटेज - योग्यता नंबर
– नेशनल व इंटर यूनिवर्सिटी स्पोट्र्स में उपलब्धि 3 परसेंट तक
– एनसीसी से ‘सी’ सर्टिफिकेट 3 परसेंट
– एनएसएस के 2 कैंप और 240 घंटे की सेवा 3 परसेंट
– एनएसएस का 1 कैंप और 240 घंटे की सेवा 5
– 240 अथवा 120 घंटे और 1 कैंप 5
– स्काउट गाइड तृतीय सोपान परीक्षा पास करने पर 10
– राज्य के गवर्नर द्वारा सम्मानित 10
– प्रेसीडेंट, वाइस प्रेसीडेंट या पीएम से सम्मानित रोवर्स व रेंजेर्स 5






















































