“खुद ही को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है”, इस कहावत के जीती जागती मिसाल है लक्ष्य खंडूड़ी और उनकी टीम “इवोल्यूशन” एक प्रोफेंशनल स्टंट राईडिंग टीम जो कुछ साल पहले देहरादून में बनाई गई थी। 7 लोगों के इस ग्रुप में सभी स्टंट करते हैं। इस स्टंट को आम लोग जानलेवा स्टंट की तरह लेते है लेकिन यह प्रोफेशनल युवा इसं फ्री स्टाईल स्टंट राइडिंग कहते हैं।
टीम के सदस्य लक्ष्य खंडूड़ी ने न्यूज़पोस्ट टीम से बात करते हुए बताया कि, “बाइक पर एक पहिए पर स्टंट करने से जो रोमांच मिलता है हम उसके लिये ये करते हैं। हमें तो बचपन में ही इसकी लत लग गई थी।” उन्होंने कहा कि, “आज के समय में भारत में स्टंट राइडिंग को क्राइम की तरह देखा जाता है ना कि एडवेंचर र्स्पोट की तरह, लेकिन अगर आप इसे सुरक्षित वातावरण में करते हो तो इसके मायने बदल जाते हैं।” इस टू व्हीलर क्मयूनिटी ग्रुप के लोग खाली सड़कों पर या तो सुबह या देर रात को प्रेक्टिस करते हैं।

साल 2014 में एक्सडीएल एक्सट्रीम ड्रिफ्टिंग लीग भारत आया था, नोएडा के बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में एक लीग का आयोजन किया गया था जो हर स्टंट राइडर का सपना है। शीर्ष पांच सवारों में से चार ईवॉल्यूशन टीम से जुड़े थे जो ऑटोगियर स्टंट चैंपियनशिप के तहत जीते और उन्हें एमएस धोनी ने सम्मानित किया था।
उसके बाद साल 2015 में इस टीम ने इंडिया बाईक वीक गोवा में नेशनल स्टंट चैंपियनशीप में भाग लिया और जीत दर्ज कराई, जिसे वह दोबारा इस साल दोहराना चाहते हैं।
लक्ष्य खंडूरी का मुख्य लक्ष्य देहरादून में एक कला प्रदर्शन अकादमी खोलना है, इसके साथ ही वह एक स्टंट राइडर के जीवन पर एक अाधारित वेब श्रृंखला बनाने में व्यस्त है जो युवाओं को स्टंट राईडर के जीवन के बारे में एक ईमानदार राय देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
इस सब के साथ जो युवा स्टंट बाइकिंग या तेज रफ्तार में यकीन रखते हैं उनके लिये इस ग्रुप का संदेश है कि “डर के आगे जीत तो है” पर साथ-साथ, “सावधानी हटी और दुर्घटना घटी।“























































