दशहरा का पर्व अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत परेड ग्राउण्ड में बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री  ने इस अवसर पर भगवान श्री राम एवं हनुमान जी की पूर्जा अर्चना की। तत्पश्चात् रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशहरा का पर्व अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। रावण अधर्म का प्रतीक था जिसका विनाश हुआ।  दशहरा भारतीय परंपरा का भी पर्व है। यह अवसर हमें समाज में जहां भी बुराई नजर आती है उसे दूर करने का भी सन्देश देता है। अच्छा इंसान बनकर ही हम अच्छे समाज व देश के निर्माण में सहभागी बन सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, “दशहरा भगवान राम की लंका विजय से जुड़ा पर्व भी है। श्री राम भारतीय संस्कृति एवं आदर्शता के प्रतीक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी से अपने त्यौहारों को शांतिपूर्व एवं आपसी सद्भाव के साथ मनाने की भी अपेक्षा की।

बन्नू बिरादरी के संरक्षक हरीश विरमानी ने बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी को मुख्यमंत्री द्वारा 1.50 लाख की धनराशि दिये जाने पर उनका आभार जताया। इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा ने दशहरे की बधाई देते हुए सभी से देहरादून को प्लास्टिक मुक्त प्रदेश बनाने का भी संकल्प लेने को कहा, सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिये बहुत ही नुकसान दायक है। इससे मुक्ति पाना समाज के व्यापक हित में है।