पर्यटकों के लिए खोला जाएगा कॉर्बेट नेशनल पार्क

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कॉर्बेट नेशनल पार्क

मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी ने कहा है कि कोरोना संकट को देखते हुए नए दिशा निर्देशों के साथ कॉर्बेट नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। सोमवार को उन्होंने बताया कि पार्क के सभी गेट खोले जाएंगे, लेकिन पार्क में रात्रि विश्राम की सुविधा नहीं होगी।

उन्होंने बताया कि ढिकाला में केवल कैंटर से सफारी की जाएगी। साथ ही कोराेना से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पूरा पालन किया जाएगा। पार्क के बिजरानी, ढिकाला, झिरना, ढेला और पांखरों को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कॉर्बेट में आने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा है। इसलिए यहां बुकिंग की कोई परेशानी नहीं है। पार्क का ढिकाला 15 जून को और बिजरानी 30 जून को बंद होने पर उन्होंने बताया कि तब तक के लिए यह पर्यटन जोन भी खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्क राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के तहत बन्द किये गए थे। ऐसे में अब जब टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने की गाइडलाइन आ गई है, तो उसे खोला भी जाएगा। उन्होंने बताया कि पार्क को खोलने और संचालक का काम कॉर्बेट प्रशासन ही तय करेगा। उधर कॉर्बेट के निदेशक ने इस मामले में राज्य सरकार और पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात कही है। अब सरकार और पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ राजीव भरतरी इस मामले में निर्णय लेंगे।
कॉर्बेट पार्क आने वाले सैलानियों की एडवांस बुकिंग के पैसे वापस लौटाने के निर्देश
कॉर्बेट पार्क में आने वाले सैलानियों के एडवांस बुकिंग के एक करोड़ रुपये वापस करने का निर्णय किया है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के चलते सभी पार्कों को भी सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया था। कोरोना संकट से पहले पार्क की वेबसाइट के माध्यम से लोगों ने पार्क में सफारी व विश्राम के लिए अग्रिम धनराशि देकर बुकिंग करवाई थी, किन्तु वह पार्क की सैर पर नहीं आ सके। एडवांस बुकिंग के रूप में एक करोड़ रुपए की धनराशि वेबसाइट के जरिये प्राप्त हुई थी। इस राशि को सरकारी राजस्व खाते में जमा होने से इतनी बड़ी धनराशि को वापस करने में पार्क प्रशासन को समस्या आ रही थी। शासन ने राज्य के प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव राजीव भरतरी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए पर्यटकों को पैसा वापस करने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए फिलहाल फाउंडेशन में जमा धनराशि से लोगों के पैसे की अदायगी को कहा गया है। इसके अलावा पेमेंट गेटवे में पड़े करीब 79 लाख की धनराशि को भी वापसी के निर्देश दिए गए है। पर्यटक व टूर ऑपरेटर लंबे समय से पैसे लौटाने की गुहार लगा रहे थे। प्रमुख सचिव आनंद वर्धन ने वन्यजीव महकमे को इस आशय का पत्र भेजकर सैलानियों की रकम वापस करने को कहा है।