मुख्य सचिव ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण के प्रगति की समीक्षा की

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सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण के प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। 125.20 कि.मी. की लम्बाई में बनने वाली इस नई रेलवे लाइन में 16216 करोड़ रूपये की लागत आयेगी।
वीरभद्र रेलवे स्टेशन से 6 कि.मी तक रेल लाइन निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। चंद्रभागा नदी पर पुल का निर्माण हो रहा है। 6 कि.मी तक का निर्माण कार्य अवार्ड कर दिया गया है। बताया गया कि रेलवे लाइन का 85 प्रतिशत हिस्सा टनल (सुरंग) से होकर जायेगा। यानि 125 कि.मी मे 105 कि.मी की 17 टनल बनेगी। मात्र डेढ़ घंटे में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग पहुंचा जा सकेगा। इससे तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों की यात्रा सुगम हो जायेगी।
बैठक में बताया गया कि 98.54 कि.मी एस्केप टनल का निर्माण भी किया जायेगा। इस तरह से 218 कि.मी टनल बनाया जायेगा। 2835 मीटर लम्बाई में 16 पुलों का निर्माण होगा। 100 कि.मी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलेगी। माल गाड़ियों की गति 65 कि.मी रखी जायेगी। रेलवे लाइन के निर्माण में 791 हेक्टेयर भूमि का इस्तेमाल होगा। इसमें 564 हेक्टेयर वन भूमि, 60 हेक्टेयर सरकारी भूमि, 167 हेक्टेयर निजि भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही अंतिम चरण में है। बताया गया कि इसके अलावा चार धाम रेल कनेक्टिविटी की 327 कि0मी0 रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे हो गया है। तकनीकी परीक्षण का कार्य चल रहा है।