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धराली के सिर से नहीं टला खतरा? श्रीकंठ पर्वत पर जमा है हजारों टन मलबा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बड़ी प्राकृतिक आपदा के बाद अभी भी धराली गांव पर एक और त्रासदी का खतरा बना हुआ है। गांव से लगे श्रीकंठ पर्वत के ऊपरी इलाकों में हजारों टन मलबा और बोल्डर जमा है। इस मलबे के बारिश के दौरान खीरगंगा नदी के पानी के साथ फिर नीचेआ सकता है। इसका खुलासा एक रिपोर्ट में...

हर्षिल में भागीरथी में बनी झील से पानी की निकासी के साथ ही लापता लोगों की तलाश में शुरू अभियान में तेजी

उत्तरकाशी में धराली आपदा के बाद हर्षिल में गंगा भागीरथी नदी में बनी झील से पानी की निकासी के साथ ही लापता लोगों की खोज को लेकर अभियान तेज कर दिया गया है। इसके अलावा प्रशासन ने आपदा में अपने घर खो चुके लोगों को 5-5 लाख की तत्काल सहायता के चेक भी वितरित किए हैं। गंगोत्री र के...

उत्तरकाशी : आपदाग्रस्त इलाकाें से अब तक 1278 लाेग निकाले गए, 42 लापता लाेगाें में सेना के नाै जवान

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली त्रासदी के सातवें दिन आयुक्त गढ‍़वाल मंडल विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि धराली आपदा के बाद 43 लोग लापता हाेने की सूचना दर्ज की गई है, जिनमें से एक युवक का शव बरामद हाे गया है। शेष 42 लाेगाें में सेना के नाै, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के छह व्यक्ति...

रिस्पना, बिंदाल व सौंग नदी उफान पर, खतरे में देहरादून की आवासीय बस्तियां

रिस्पना
प्रदेश की राजधानी में लगातार बारिश से रिस्पना, बिंदाल और सौंग नदी उफान पर हैं। इन नदियों के किनारे आवासीय बस्तियां भी खतरे की जद में आ गई है। राजीव नगर रिस्पना नदी किनारे निवास कर रहे परिवारों के लिए जिला प्रशासन ने स्थानीय गेस्ट हाउस में 15 कमरे अधिग्रहित किए हैं और उनके लिए भोजन समेत अन्य व्यवस्थाएं...

भागीरथी नदी पर झील बनने से हर्षिल पर खतरा, गंगोत्री हाईवे व हेलीपैड डूबे, डीएम ने किया निरीक्षण

भागीरथी नदी में करीब तीन किलोमीटर लंबी झील बनने से अब हर्षिल भी खतरे की जद में है। यह झील लगातार विस्तार ले रही है। जिलाधिकारी ने सोमवार को इस झील का निरीक्षण किया और अधिकारियों को झील के पानी के नियंत्रित निकासी के लिए जरूरी निर्देश दिए। डीएम ने हर्षिल और धराली पहुंच कर राहत व बचाव कार्यों...

गंगाेत्री हाइवे पर लिमच्यागाड में वैली ब्रिज तैयार, सोनगाड तक सड़क संपर्क बहाल

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली आपदा में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर लिमच्यागाड में क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण कार्य रविवार शाम तक पूरा कर लिया गया है। इससे आगे क्षतिग्रस्त सड़क का तेजी से पुनर्निर्माण करने की राह भी प्रशस्त हो गई है। गंगाेत्री हाइवे पर भटवाड़ी सहित अन्य जगहों पर क्षतिग्रस्त सड़क को बहाल...

धराली अपडेट: क्षतिग्रस्त निजी और सार्वजनिक संपत्ति के आकलन को सीएम ने दी 7 दिन की टाइमलाइन

मुख्यमंत्री  ने जिलाधिकारी सहित संबंधित विभागों के सचिवों को धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुए निजी और सार्वजनिक संपत्ति के आकलन को 7 दिन की टाइमलाइन में तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अब तक आठ संबंधित विभागों ने प्रारंभिक रिपोर्ट दे दी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह आकलन तैयार होते ही भारत सरकार को भेजने की निर्देश...

धराली आपदा का 6वां दिन : मौसम खराब होने चलते सुबह 10 बजे शुरू हुई हवाई सेवाएं

उत्तरकाशी में मौसम खराब होने चलते मातली से हर्षिल और हर्षिल से मातली तक हेलीकॉप्टर सुबह 10 बजे तक उड़ान नहीं भर पाए, 10 बजे बाद हेली सेवाएं फिर शुरू हो गई हैं। मौसम को देखते हुए सरकार वेदर ऑब्जरवेशन फ्लॉइट लांच करने जा रही है। इससे हेली सेवाओं के संचालन के लिए दृष्टिगत विजिबिलिटी की जांच की जा...

धराली के पास मातली को बनाया रेस्क्यू अभियान का स्ट्रेटिजिक एरिया

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने गुरुवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर धराली में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। शासन व सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर रेस्क्यू अभियान को और अधिक तीव्र गति से संचालित किए जाने के निर्देश दिए। इस बीच राज्य सरकार ने मातली को पूरे रेस्क्यू अभियान के लिए स्ट्रेटिजिक...

धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ तेज, मौसम साफ होने के बाद हेलीकॉप्टर से पहुंच रहीं रेस्क्यू टीमें

उत्तरकाशी के धराली में मौसम साफ होने के बाद हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरना शुरू कर दिया है। इसके बाद रेस्क्यू टीमें और मेडिकल स्टाफ अब हेलीकॉप्टर के जरिए धराली पहुंच रहे हैं। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आ गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने विज्ञप्ति में बताया कि दोपहर बाद मौसम साफ होने के बाद हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी...