रूक नहीं रहा आसमानी आफत, बदरीनाथ हाइवे फिर बंद

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गोपेश्वर। चमोली जिले में आसमानी कहर का बरपना जारी है। बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ समेत कई स्थानों भूस्खलन के कारण बाधित है। प्रशासन मार्ग खुलने की दावे बार-बार करता है मगर हकीकत यह है कि जान हथेली पर रख कर किसी तरह लोग यात्रा कर रहे हैं। जिले में गुरूवार तक 34 ग्रामीण सड़कें बंद हैं। इससे जनजीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। सड़क टूटने के करण बीमारों को कहीं कुर्सी पर तो कहीं डंडी पर लाद कर लाया जा रहा है।
बदरीनाथ हाइवे तीन स्थानों पर बंद
बदरीनाथ हाइवे बुधवार की रात्रि को हुई भारी वर्षा के कारण क्षेत्रपाल, लामबगड़ और बेनाकुली के पास अवरूद्ध हो गया है। हालांकि प्रशासन मार्ग खोलने में जुटा है लेकिन क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के कारण मार्ग खोलने में दिक्कत आ रही है। यात्री मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
गोठ में गिरा मलबा, बकरियां दबीं
बारिश से आये मलबे से घाट तहसील के बांजबगड़ के कटहा तोक में गुरूवार की दोपहर को बकरियों का एक गोठ ध्वस्त हो गया जिससे वहां रखी गई बकरियां दब गई हैं। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार सोहन सिंह रांगड राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंच गये हैं। तहसीलदार ने बताया कि अभी कितनी बकरियां दबी हैं इसकी जानकारी ली जा रही है।
घाट कुरूड मोटर मार्ग भी हुआ ध्वस्त, कई लोग फंसे
बुधवार की रात्रि को हुई भारी वर्षा से गुरूवार की सुबह घाट-कुरूड को जोड़ने वाला मोटर मार्ग भी घ्वस्त हो गया है। जिससे कुरूड में गुरूवार से लगने वाले नंदादेवी राजजात कुरूड मेले के लिए आये दूर-दराज के लोग फंस गये हैं। आवाजाही के लिए एकमात्र यही मोटर मार्ग है। क्षेत्र के ब्लाक प्रमुख कर्ण सिंह व कनिष्ठ उप प्रमुख कृपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि कुरूड मेले में सैकड़ों लोग पहुंचे हैं। मार्ग ध्वस्त होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इधर तहसीलदार सोहन सिंह रागंड ने बताया कि मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
जिले में भूस्खलन और मलवे से 34 ग्रामीण सड़कें अवरूद्ध
जिले में लगातार हो रही वर्षा और भूस्खलन से 34 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं। जिससे ग्रामीणों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी बीमारों को हो रही है। लोग कुर्सी, पालकी, डंडी में लाद कर बीमारों व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक ला रहे हैं।