बदरी-केदार हाइवे भी कई जगहों पर रहा बंद

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बदरीनाथ

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में बंद रहा। यहां पत्थर गिरने के कारण घंटों तक हाइवे खोला नहीं जा सका। कई यात्री और लोकल वाहन वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं। अन्य कई जगहों पर भी पत्थर गिरने का खतरा बना रहा।

केदारनाथ हाइवे पर रुद्रप्रयाग संगम बाजार में फिर हादसा होते-होते टला। यहां पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है। हाइवे पर वाहन जोखिमों के बीच आवाजाही कर रहे हैं। केदारघाटी में भी कई जगहों पर हाइवे पर लोगों को दिक्कतें हुईं। आधा दर्जन ब्रांच सड़कों पर भी बारिश से वाहनों की आवाजाही में परेशानियां हुई। हालांकि प्रशासन ने बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी तैनात करने के निर्देश दिए थे।

बाल-बाल बची पांच लोगाें की जान-

बद्रीनाथ हाइवे पर सोमवार दोपहर के समय पांच लोगों की जान बाल-बाल बची। दिल्ली नम्बर की एक कार बद्रीनाथ हाइवे पर नरकोटा के समीप अचानक ही बोल्डर की चपेट में आ गयी, जिससे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन सभी लोगों की जिंदगी बच गयी। पांच लोगों में से एक को ज्यादा चोटें आई हैं, जबकि अन्य सभी की हालत सामान्य है।

लगातार हो रही बारिश के चलते श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के बीच कई स्लाइडिंग सक्रिय हो गए हैं, जिससे मार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नही है। सोमवार दोपहर को जब एक कार नरकोटा के पास ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिरते देख वापस मुड़ रही थी, तभी ऊपर से बोल्डर कार के ऊपर जा गिरा और कार के परखच्चे उड़ गए। लेकिन भगवान का शुक्र रहा की किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गयी। पांच में से एक व्यक्ति पर कुछ ज्यादा चोटे आई हैं, जिसका इलाज चल रहा है। बाकी सभी की हालत सामान्य है।

थानाध्यक्ष गुप्तकाशी अजय जाटव ने बताया कि यात्रा पर अस्थाई रूप से रोक लगी है। ऐसे में तीर्थयात्री दो दिनों से होटल में रुके हैं। लगातार बरसात होने के कारण कई स्थान डेंजर जोन में तब्दील हो चुके हैं। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिगत तीर्थ यात्रियों को आवाजाही करने के लिए मना किया गया है। कहा कि मौसम के साफ होते ही केदार धाम की यात्रा सुचारू हो पाएगी।