वायुसेना का काम आतंकी शिविर ध्वस्त करना है, शव गिनना नहीः वायुसेना प्रमुख

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नई दिल्ली। पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी प्रशिक्षण शिविरों पर बमबारी में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सोमवार को भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि हमारा काम सिर्फ टारगेट को हिट करना है और इसमें वायुसेना सफल हुई है। उन्होंने कहा कि यह वायुसेना का काम नहीं है कि वह आतंकियों के शवों की गिनती करे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ वायुसेना का अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है।
एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पड़ोसी देश का कहना है कि भारतीय वायुसेना ने जंगल के इलाके में बम बरसाए तो उसे बताना चाहिए कि जब कोई नुकसान नहीं हुआ तो उसने भारतीय सीमा का उल्लंघन क्यों किया। उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि हमले में आतंकी शिविर ध्वस्त हुए और पाक को इससे नुकसान हुआ। इसलिए उसने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि वायुसेना के हमले में कितने आतंकी मारे गए, उनकी संख्या सरकार बताएगी। सेना का काम सिर्फ आतंकी ठिकानों का ध्वस्त करना है और इसमें वह सफल हुई है।
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के दोबारा विमान उड़ाने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अभी उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने विमान से छलांग लगाई थी और उसके बाद उन्हें कुछ चोटें भी आई हैं, जिसका इलाज चल रहा है। स्वस्थ होने के बाद वह अगर उड़ान के लिए फिट पाए गए तो जरूर विमान उड़ाएंगे। उन्होंने कहा कि अभिनंदन स्वस्थ होने के बाद अपनी पुरानी यूनिट को ज्वॉइन करेंगे।
मिग-21 की क्षमता और उपयोगिता को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि मिग-21वॉयसन एक अपग्रेडेड विमान है। इसमें बेहतर रडार, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल और बेहतर हथियार प्रणाली है। उन्होंने कहा कि यह एक योजनाबद्ध ऑपरेशन है, जिसमें आप योजना बनाते हैं और उस पर अमल करते हैं। जब विरोधी आप पर हमला करता है तो उसकी जद में आने वाला विमान जरूर हिट होगा, चाहे वह मिग-21 हो या कोई अन्य विमान। भारतीय वायुसेना के पास मौजूद हर विमान दुश्मन से लड़ने में सक्षम हैं।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता व पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू समेत तमाम नेता बालाकोट में भारतीय वायुसेना की बमाबारी के बाद मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच, वायुसेना ने साफ तौर पर कहा कि उसका काम आतंकी शिविरों को ध्वस्त करना है और इस काम में वह भली भांति सफल रही है।