हरिद्वार में होने जा रहे धार्मिक महोत्सव कुंभ की तैयारी के लिए राज्य सरकार पूरे उत्साह से लगी है। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए शासन व प्रशासन हरसंभव कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार कुंभ के दौरान शाही स्नान के दिन वीआईपी लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की मानें तो शाही स्नान के दिन भारी संख्या आम श्रद्धालुओं के दृष्टिगत वीआईपी मूवमेंट के लिए पहले ही पत्र जारी कर आवागमन प्रतिबंध कर दिया जाएगा। हालांकि अभी कुंभ मेले के नोटिफिकेशन और एसओपी को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि विगत वर्षों की तुलना इस बार कुंभ मेले में सुरक्षा के दृष्टिगत अत्याधुनिक उपकरणों संसाधनों से पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था बनाई जा रही है। इस बार शाही स्नान के दिन वीआईपी न आए इसके लिए पहले ही पत्र जारी कर आग्रह किया जाएगा। हालांकि आम श्रद्धालुओं की तरह साधारण तरीके से अगर वीआईपी आकर स्नान करते हैं तो इसके लिए उनका स्वागत है।
कोरोना को ध्यान में रखकर कुंभ की तैयारियों में लगा मेला प्राधिकरण
कोरोना संक्रमण के बीच कुंभ का आयोजन मेला प्रशासन के लिए चुनौती भरा है। लेकिन मेला प्राधिकरण अपनी ओर से तैयार है और उसने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि मेला प्राधिकरण हरिद्वार के व्यापारियों से आह्वान करता है कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर कोविड-19 के सभी नियमों का पालन खुद भी करें और यहां आने वाले यात्रियों को भी हैंड सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की सलाह देते रहें। उन्होंने बताया कि मेला प्राधिकरण की ओर से बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर हाथ धोने की व्यवस्था रखी जाएगी। वहीं, महत्वपूर्ण स्नान पर्वों पर मास्क का बड़े पैमाने पर वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को संकट को देखते हुए मेला प्राधिकरण 150 बेड का हॉस्पिटल बन रहा है। इसके साथ अलग-अलग सेक्टरों में 20-20 बेड के स्वास्थ केंद्र और जिले की चेक पोस्ट पर 10-10 बेड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल उनके पास 4,000 बेड की कोविड केयर की व्यवस्था है।





















































