देहरादून/विकासनगर। जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सोमवार को कहा कि 108 एम्बुलेंस आपातसेवा तथा खुशियों की सवारी के कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा कर सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इसे लेकर मोर्चा कर्मचारियों के हित में सरकार और कंपनी के खिलाफ राज्यभवन में दस्तक देंगे।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए घुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि लगभग 10-11 वर्षों से दुर्गम एवं अति दुर्गम क्षेत्रों एवं अन्य इलाकों में अपनी सेवा दे रहे 108 आपात सेवा के कर्मचारियों के भविष्य के खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कि सरकार ने अपने करीबी के खास सीएएमपीए को मन माफिक ठेका देकर पूर्व में कार्यरत सभी कर्मचारियों को बाहर करने का खेल, खेला है तथा इसके तहत इन्होंने भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। 108 सेवा का अनुबन्ध 30 अप्रैल 2019 को समाप्त हो जाएगा तथा कर्मचारियों को 108 प्रबन्धन द्वारा नोटिस जारी किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी का इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है कि प्रदेश में सरकारी संस्थानों में लगभग 60-70 हजार पद रिक्त हैं, लेकिन रोजगार देने के बजाय युवाओं का रोजगार छिनना बहुत बड़ा दुर्भाग्य है। कर्मचरियों को नोटिसी जारी होते ही इनके भविष्य पर गहरा संकट छा गया है। सरकार ने ठेका, अनुबन्ध चाहे जिस भी कम्पनी को दिया हो लेकिन इस शर्त के साथ देना चाहिए था कि पूर्व में कार्यरत सभी कर्मचारियों को समायोजित कर पूर्व की भांति उनके पद, अनुभव के आधार पर वेतन मिलता रहना चाहिए यानि वे सभी कर्मचारी अपनी सेवा में बने रहेंगे। मोर्चा शीघ्र ही 108 कर्मचारियों के रोजगार को लेकर राजभवन में दस्तक देगा।
                




















































