36 घंटे एंबुलेंस में रखा रहा शव, मांगे 80 हजार रुपये

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एंबुलेंस
कोरोनाकाल में जहां लोग जिंदगी बचाने के लिए एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, वहीं कुछ लोग अमानवीय हरकतों से देश और समाज को शर्मसार कर रहे हैं। मानवता को शर्मसार करने का ऐसा मामला श्माशान घाट में देखने को मिला। एंबुलेंस चालक ने श्मशान तक शव छोड़ने के लिए 80 हजार रुपये मांगे। शव भेल के रिटायर्ड एजीएम का था। एंबुलेंस चालक के 80 हजार रुपये मांगे जाने की सूचना मिलते ही एसडीएम गोपाल सिंह चौहान मौके पर पहुंचे और आरोपी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के एआरटीओ को निर्देश दिए। एजीएम का शव 36 घंटे तक एंबंलेंस में रखा रहा।
भेल से रिटायर्ड 65 वर्षीय एजीएम एनजी श्रीवास्तव का कोरोना से निधन हो गया था। मृत्यु के बाद से शव एंबंलेंस में ही रखा हुआ था। सूचना मिलने पर श्रीवास्तव का बेटा अमेरिका से पिता के अंतिम दर्शनों के लिए हरिद्वार पहुंचा। शव को चण्डीघाट ले जाने के संबंध में बीइंग भागीरथी के शिखर पालीवाल ने जब एंबुलेंस चालक से बात की तो उसने 80 हजार रुपये की डिमांड की। इसकी सूचना शिखर पालीवाल ने एसडीएम गोपाल सिंह चौहान को दी थी।
कोरोना महामारी के बीच जहां देश के कोने कोने से लोगों के आगे आकर एक दूसपे की मदद करने की मिसालें सामने आ रही हैं वहीं, कालाबजारी, जमाखोरी और लोगों की मजबूरी में कमाई करने की इस तह की घटनाऐं हमारे समाज का एक दूसरी चेहरा भी दिखाती हैं।