योग धर्म से नहीं जुड़ाः वैंकेया नायडू

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    योग धर्म से नहीं जुड़ा है, यह शरीर और मन को शांत करने की विधा है। हिंदू धर्म नहीं, बल्कि जीवन पद्धति है। यहां प्रकृति को पूजा जाता है, विषधर सांप की भी पूजा की जाती है। योग महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने कहा कि जब योग शरीर में प्रवेश करता है तू रोग स्वतः बाहर हो जाते हैं।
    शनिवार को परमार्थ निकेतन स्वर्ग आश्रम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ उपराष्ट्रपति वेंकट नायडू ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने स्वामी चिदानंद को रोल मॉडल बताया। उन्होंने कहा कि जब हमें सोने की चिड़िया कहा जाता था तो गुलामी से पूर्व हमारे देश की जीडीपी दर 27.7 होती थी। भारत ने हमेशा समूचे विश्व में शांति का संदेश दिया। शांति के लिए हाथ बढ़ाया भारत में कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। भारत संस्कृति का देश है। यहां विकृति को जन्म नहीं दिया जाता है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि योग का संबंध शरीर, मन, चित तीनों से है। योग साधक में एकाग्रता और सकारात्मकता का भाव जगाता है। प्रधानमंत्री ने विश्व पटल पर योग को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पानी हवा मिट्टी सभी तत्वों में योग बसा है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे उत्तराखंड की तीर्थ नगरी ऋषिकेश के गंगा तट पर आने का अवसर मिला है। दिमाग जब चलायमान होता है तो योग इसे शांत करने का बेहतर साधन है। यही संदेश उत्तराखंड भारत देश से समूचे विश्व में फैल रहा है।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस योग महोत्सव में विश्व का लघु रूप देखने को मिला है। योग मन, चित्त और शरीर को स्वस्थ रखता है। आज विश्व में लोग तमाम संतापों से स्वयं को असहज और तनावयुक्त महसूस कर रहे हैं। योग विश्व को शांति और सुख देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग भारत की अनमोल निधि है। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस महोत्सव में 94 देशों के योग शिक्षकों और साधकों को एक जगह पर लाकर सराहनीय काम किया है। कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री केजे अल्फांसो, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक रितु खंडूरी, योग गुरु गुरमुख कौर खालसा, प्रेम बाबा आदि उपस्थित रहे।
    इससे पूर्व सुबह वायु सेना के विशेष विमान से उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्यपाल डॉ. केके पॉल, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह आदि ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से सड़क मार्ग के जरिये उपराष्ट्रपति ऋषिकेश के लिए रवाना हुए।