जंगली जानवरों के बाद अब जंगली पक्षी कर रहे हैं फसलें बर्बाद

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जंगली पक्षी
ग्रामीण क्षेत्र श्यामपुर के गंगा तटीय गांव खदरी में किसानों को हर बार नई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। वर्षों से राजाजी नेशनल पार्क से आधी रात को आने वाले जंगली जानवरों के फसल बर्बाद करने से किसान परेशान थे, अब जंगली पक्षी उनकी फसल के दुश्मन बने हैं।
वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी ने जंगली हाथियों से फसल काे बचाने के लिए खाई खुदान करवा कर सौर ऊर्जा बाड़ लगवा दी, तो जंगली जानवरों की आमद काफी हद तक रुक गयी थी, लेकिन अब जंगली पक्षी हाल ही में कुछ दिन पहले बोई गई गेहूं के फसल को चट कर गए।
स्थानीय कृषक और जैवविविधता समिति खदरी खड़क माफ के अध्यक्ष पर्यावरणविद विनोद जुगलान का कहना है कि पौफटते ही जंगली पक्षियों के झुण्ड खेतों को अपना निशाना बना रहे हैं।जिनमें बड़ी संख्या में जल शुर्गाब, जल मुर्गे, सफेद बत्तखें शामिल हैं। ये वन्य पक्षी गेहूं जड़ से काट कर खा रहे हैं, जिससे गेहूं की फसल बर्बाद हो रही है। अभी तक ये वन्य जीव कई बीघा खेतों को अपना निशाना बना चुके हैं।
जुगलान ने बताया कि इन पक्षियों के फसल चट करने से किसानों की आर्थिकी प्रभावित हो ही रही है लेकिन खेतों में गेहूं में डाले गए कीटनाशक से वन्य पक्षियों के जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अत्यधिक मात्रा में कीटनाशक से इनके जीवन को भी खतरा है। जिससे न केवल जैवविविधता प्रभावित होती है, साथ ही प्राकृतिक असन्तुलन की संभावनाएं भी प्रबल हो जाती हैं।
जुगलान सहित खादर के चंदन सिंह, धर्म पाल सिंह, शूर वीर सिंह, बृज मोहन सिंह, कुंवर पाल सिंह, सोहन सिंह, निर्मला देवी,लक्ष्मी देवी आदि ने किसानों ने गंगा तटीय खेती क्षेत्र में सुबह शाम वन कर्मियों की गश्त बढ़ाने की मांग की है।