तस्करों का आतंक: थानों रेंज के जंगल में हाथी मिला मृत, दोनों दांत गायब

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(ऋषिकेश) उत्तराखंड में लगातार वन्य जीवों पर वन तस्करों की नजर रुकने का नाम नहीं ले रही है। वन विभाग की लचर व्यवस्था के चलते वन माफिया और तस्करों के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला थानों रेंज के जॉली चौकी का है जहां एक वयस्क हाथी को जहर देकर मारा गया और उसके दोनों दांत तस्कर अपने साथ काटकर लेगये।देर रात जब वन विभाग को हाथी की मौत का पता चला और उसके दांत गायब होने की सूचना मिली तो आला वन महकमा घटनास्थल पर पहुंच गया और प्रदेश में सभी ज़िलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया।

आनन-फानन में घटना के बाद वन विभाग जागता तो जरूर है लेकिन उसकी यह सक्रियता कुछ ही दिनों में दम तोड़ देती है जिसका फायदा समय-समय पर वन तस्कर उठाते रहते हैं। मृत तस्कर हाथी का शव देहरादून वन प्रभाग की थानों रेंज में 55 नंबर वन चौकी से 500 मीटर दूर घने जंगल में मिला। चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा एरिया एयरपोर्ट से मात्र कुछ ही दूरी पर स्थित है और पास में ही 1 चौकी भी मौजूद है उसके बावजूद भी इस तरह की घटना को वन तस्कर अंजाम देकर निकल गये। देर रात वन विभाग के आला अधिकारी देहरादून से थानों रेंज पहुंचे और जायजा लेकर जंगल में काम्बिन्ग शुरू कर दी। तस्करों की तलाश में स्निफर डॉग की सेवाएं भी ली गई लेकिन ना तो टस्कर के दांतो का पता चला और ना ही उसके मरने के कारण का।

सोमवार सुबह घटनास्थल पर डॉक्टरों की टीम पहुंचकर हाथी का पोस्टमार्टम करेगी जिससे उसकी मृत्यु के सही कारण सामने आएंगे। प्रमुख वन संरक्षक जयराज का कहना है कि “यह मामला काफी गंभीर है वन विभाग जंगल में कांबिंग करके तस्करों का पता लगा रहा है हाथी की मौत का भी पोस्टमार्टम के बाद खुलासा हो जाएगा अभी पता लग पाएगा कि हाथी को दांतो के लिए मारा गया या नहीं हर पहलुओं पर वन विभाग की टीम जांच कर रही है”।

वन विभाग ने देर रात में ही शक के आधार पर तीन गुर्जरों को भी हिरासत में लिया है। हाथी की मौत का कारण प्रथम दृष्टया जहर देकर मारे जाना बताया जा रहा है और उसके बाद उसके दांत काटे गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इतना बड़ा वन महकमा जब अपने वनों की देखभाल ही नहीं कर पा रहा है तो इसका फायदा क्या है?