प्रदेश की जलविद्युत परियोजनाएं ‘ज्वाइंट वेंचर’ में चलाने की योजना

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देहरादून। राज्य की लंबित परियोजनाओं को संचालित करने के लिए सरकार एनटीपीसी और यूजेवीएनएल के संयुक्त संचालन में चलाने की योजना बना रही है। इसको लेकर सीएम और एनटीपीसी के अध्यक्ष के बीच प्रारंभिक दौर की वार्ता भी हुई।
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में एनटीपीसी के चेयरमैन गुरदीप सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एनटीपीसी के जो प्रोजेक्ट्स उत्तराखण्ड में चल रहे हैं, उनमें राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी के लोहारी नागपाला, चमोली के लता तपोवन एवं पिथौरागढ़ की खासियाबाड़ जल विद्युत परियोजनाएं एनटीपीसी एवं यूजेवीएनएल के संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) से चलाने की ओर कदम बढ़ाए जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जिन परियोजनाओं पर निर्माण कार्य आरम्भ हो रहे है, उन्हें निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए। योजनाएं समय पर पूर्ण न होने के कारण इसकी लागत तो बढ़ती ही है और उससे होने वाले लाभ भी समय पर नही मिल पाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि से देश एवं प्रदेश को फायदा होगा तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में चल रहे हाइड्रो प्रोजेक्ट जिन पर अभी कार्य चल रहे हैं एवं जो किन्ही कारणों से बंद हैं, उनके सम्बन्ध में नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ वार्ता हुई है। इन परियोजनाओं के संचालन पर केन्द्र सरकार का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है।
एनटीपीसी के चेयरमैन गुरदीप सिंह ने मुख्यमंत्री से शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग किए जाने पर चर्चा की। उन्होंने वाहनों से हो रहे वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिए भी मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन की दिशा में कदम बढ़ाए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने एनटीपीसी से बद्रीनाथ के सौन्दर्यीकरण में भी सहयोग करने को कहा। गुरदीप ने इस संबंध में सहयोग का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया। इस मौके पर सचिव ऊर्जा राधिका झा, एनटीपीसी के डायरेक्टर कमर्शियल एके गुप्ता एवं एनटीपीसी के रीजनल एजीक्यूटिव डायरेक्टर केके सिंह उपस्थित रहे।

ओएनजीसी के सीएमडी ने भी सीएम की मुलाकात
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में ओएनजीसी के सीएमडी शशी शंकर ने भी सीएम रावत शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने ओएनजीसी की ओरे से जनहित कार्यों में दिए जा रहे सहयोग की सराहना की। उन्होंने सीएसआर के तहत ओएनजीसी से राज्य के पॉलिटेक्निक संस्थानों को तकनीकी सहयोग और गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक पैदल व घोडे-खच्चरों के लिए संपर्क मार्ग निर्माण में सहयोग की अपेक्षा की। ओएनजीसी के सीएमडी ने मुख्यमंत्री को ओएनजीसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने ओएनजीसी द्वारा संचालित महिला पॉलिटेक्निक को राज्य सरकार के नियंत्रण में लिए जाने का भी अनुरोध किया।