सोमवती अमावस्या पर 20 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग

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कोरोना के खतरे को देखते हुए इस बार सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में गंगा स्नान नहीं होगा। सावन में सोमवती अमावस्या को पूजा-पाठ करने और जलाभिषेक का विशेष फल प्राप्त होता है। धर्म के जानकारों का कहना है कि 20 साल पहले ऐसा शुभ संयोग बना है, जो विशेष फलदायी होगा।
भगवान शिव को समर्पित सावन मास का हर सोमवार बहुत खास होता है। इस बार सोमवती अमावस्या का विशेष संयोग अनेक संकटों से मुक्ति दिलाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि 20 साल बाद सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है। इससे पहले साल 2000 में ऐसा संयोग बना था। पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक इस दिन भगवान शिव का विशेष अभिषेक संपन्न करने पर सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। बताया कि सोवमती अमावस्या के दिन भगवान शिव, पार्वती, गणेजी और कार्तिकेय की पूजा की जाती है। सावन में सोमवती अमावस्या को पूजा-पाठ करने और जलाभिषेक का विशेष फल प्राप्त होता है। इस बार दो दशक बाद सावन के तीसरे सोमवार को विशेष मुहूर्त में सोमवती अमावस्या पड़ रही है। इस बार सोमवती अमावस्या 20 जुलाई को पड़ रही है।