उत्तराखंड: हरिद्वार जहरीली शराब कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित, सीएम ने लिया संज्ञान

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मुख्यमंत्री
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हरिद्वार जनपद के पथरी थाना क्षेत्र के दो गांवों शिवगढ़ और फूलगढ़ में कच्ची शराब पीने से 7 लोगों की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है। मुख्यमंत्री स्तर पर इस दुखद घटना का संज्ञान लेने के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक ने पथरी थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। बताया गया है कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर यह शराब वितरित की गई थी। हालांकि डीएम ने इन मौतों का कारण जहरीली शराब को मानने से इंकार करते हुए इसका कारण बीमारी और अत्यधिक शराब पीना बताया है।

बीती रात से लेकर शनिवार शाम तक पथरी थाने के क्षेत्र में सात ग्रामीणों की मौत हुई है। मृतकों में बिरम सिंह (55), राजू (45), अमरपाल (36), अरुण (28), तेजपाल (62) निवासी फूल गढ़ और मनोज (32) किशन पाल (35) निवासी शिवगढ़ शामिल हैं। इन सात लोगों की मौत के बाद दोनों गांव में कोहराम मचा हुआ है।

जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के स्तर पर विज्ञप्ति जारी कर यह बताया है कि यह मौतें जहरीली शराब से ना होकर अन्य वजहों से हुई हैं, लेकिन यह बयान केवल घटना पर लीपापोती नजर आ रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री स्तर पर घटना का संज्ञान लेने के बाद पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पथरी थाना प्रभारी रविंद्र कुमार तथा कांस्टेबल राकेश नेगी, संदीप कुमार व पंकज कुमार को निलंबित कर दिया है वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर दिया गया है।

एसआईटी टीम का प्रभारी सहायक पुलिस अधीक्षक रेखा यादव को बनाया गया है। इस टीम में निरीक्षक पृथ्वी सिंह रावत विवेचक के तौर पर तथा उप निरीक्षक मनोज नौटियाल शामिल किए गए हैं। एसआईटी के साथ जिला स्तर पर बनाई गई अन्य टीमें भी मामले की जांच में जुट गई है। क्षेत्र के कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। दूसरी ओर जनपद में अवैध रूप से बनाई जा रही शराब और उसकी बिक्री को लेकर आबकारी विभाग और प्रवर्तन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।