आर.जे. काव्य की अपील – “अब घोस्ट विलेज नहीं, दोस्त विलेज कहिए.”

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देहरादून, उत्तराखंड में टूरिस्ट सीज़न चल रहा है और आर.जे. काव्य इन दिनों उत्तराखंड आ रहे लोगों से कह रहे हैं – “अब घोस्ट विलेज नहीं, दोस्त विलेज कहिए।” दरअसल पलायन के चलते उत्तराखंड में 1700 से ज़्यादा पहाड़ी गांव ख़ाली हो गए हैं और इन गाँवों को घोस्ट विलेज या भूतिया गाँव कहा जाने लगा है।

“घोस्ट विलेज” ये नाम अपने आप में उत्तराखंड की छवि ख़राब कर रहा है, इसी को सुधारने के लिए – रेड एफ.एम. देहरादून के पॉपुलर रेडियो जॉकी आर.जे. काव्य ने एक पहल की और इसे नाम दिया – हैशटैग दोस्त विलेज।

उनके द्वारा बनायी गई दोस्त विलेज की वीडियो अब तक 2.5 मिलियन लोगों तक पहुंची है, 17 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने इसे शेयर भी किया है, फ़ेसबुक पर आप इन्हें RJ Kaavya Dost village नाम से सर्च भी कर सकते हैं।

इस पहल के ज़रिये आर.जे. काव्य “रिवर्स माइग्रेशन” को बढ़ावा देना चाहते हैं। कुछ लोग हैं, जो वापस अपने गाँव लौटकर, यहीं रोज़गार पैदा कर रहे हैं और बाक़ियों को गाँव लौटने को प्रेरित कर रहे हैं। कहानी डॉट वर्ल्ड – ऐसा ही एक लोकल आर्गेनाइज़ेशन है, जिसने विकासनगर रूट पर लांघा में तौली भूड़ गाँव को रंगने की सोची, मोटिव ये था की – लोग अपना गाँव ना छोड़ें और बाहर से भी लोग यहाँ घूमने आएं। तो देहरादून में आर.जे. काव्य की पॉपुलैरिटी को देखते हुए, उन्होंने लोगों तक अपना मैसेज आर.जे. काव्य से पहुँचाने को कहा, फिर आर.जे. काव्य ने इसे नाम दिया – दोस्त विलेज (#DostVillage)।

धीरे-धीरे गाँव वाले भी जुड़े और बताया की – पलायन से उनके गाँव, उनकी संस्कृति और उनके रहन-सहन को क्या नुक़सान पहुंचा है। इस एक्टिविटी में आस-पास के स्कूल स्टूडेंट्स भी आए थे, जिन्हें आर.जे ने अड्रेस किया और उन्हें समझाया की पलायन रोकने में आने वाली जनरेशन की क्या ज़िम्मेदारी बनती है।

फिर गाँव को रंगने की शुरुवात हुई और अगले एक हफ़्ते में गाँव के वही घर जो सुने-सुने दिख रहे थे, अब उनकी दीवारें मानो बातें करने लगी थीं । उत्तराखंड के वो गाँव जो पलायन से सुने पड़ गए हैं, उन्हें दुनिया घोस्ट विलेज (Ghost Village) कहती है, लेकिन आर.जे. काव्य कहते हैं – “दुनिया को अपना नज़रिया बदलने की ज़रुरत है, मैंने एक छोटी सी कोशिश की है और हम सब को मिल-जुलकर आगे आना होगा, तभी उत्तराखंड से पलायन दूर होगा।

अब आर.जे. काव्य पूरे उत्तराखंड में अपनी “दोस्त विलेज” एक्टिविटी को एग्ज़िक्युट करने का सपना देख रहे हैं।