पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण गंगा का बढ़ा जलस्तर

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पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण रविवार को ऋषिकेश में होने वाली नियमित गंगा आरती स्थल में भी व्यवधान उत्पन्न हुआ है। रविवार की शाम को 6:00 बजे गंगा ऋषिकेश में खतरे के चेतावनी निशान 339.50 से 5 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।

केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर सुबह से ही बढ़ रहा है। ऋषिकेश में गंगा 339.55 मीटर पर बह रही है। इसके कारण त्रिवेणी घाट पर स्थित आरती स्थल भी पूरी तरह जलमग्न हो गया है। ऐसे में गंगा आरती में आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

श्री गंगा सभा के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया कि आरती स्थल पर बढ़े गंगा के जलस्तर के कारण आज गंगा आरती बुक नहीं की गई है जो कि सभी श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए नियमित स्थान से हटकर की गई है।

हरिद्वार में गंगा का 293 मीटर चेतावनी लेवल माना गया है। वहीं 294 मीटर को खतरे का निशान माना जाता है। भीमगोड़ा बैराज से मिली रिपोर्ट के अनुसार शाम सात बजे गंगा का जलस्तर 293.15 पर था। गंगा के उफान पर आते ही हरिद्वार जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। लक्सर तथा खानपुर ब्लॉक के दो दर्जन से ज्यादा गांव में खतरे की मुनादी कराई गई है।

भीमगोड़ा बैराज के एसडीओ शिवकुमार कौशिक ने बताया कि टिहरी डैम से अतिरिक्त 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण गंगा उफान पर है। भीमगोड़ा बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पानी के तेज प्रवाह के चलते गेट नंबर 10 क्षतिग्रस्त हो गया है। मगर उससे कोई खास परेशानी नहीं है। उन्होंने बताया कि गंगा इस समय चेतावनी निशान से ऊपर और खतरे के निशान के करीब बह रही है।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व लक्सर में सोलानी नदी तबाही मचा चुकी है। इससे आज भी लक्सर के कई गांव जलमग्न हैं तथा रेल यातायात बाधित है। जिला प्रशासन व उनकी टीमें दिन-रात मेहनत कर राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।

दूसरी ओर ऋषिकेश में भी गंगा ने चेतावनी स्तर को पार कर लिया है। देर शाम त्रिवेणी घाट पर पानी ही पानी नजर आया। परमार्थ निकेतन में शिव प्रतिमा तक पानी पहुंच गया है। ऐसे में स्थानीय पुलिस ने सभी लोगों को घाट से दूर रहने की अपील की है।