शराब की दुकानों पर छापा, 3600 पेटियां पकड़ी

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(देहरादून) आबकारी विभाग की मुख्यालय की टीम ने शराब की दुकानों पर अतिरिक्त स्टॉक दबाए बैठे ठेकेदारों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आराघर की अंग्रेजी व रायवाला की देशी शराब की दुकान व गोदाम पर छापा मारा। आला अधिकारियों के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में 3600 पेटी का स्टॉक पकड़ा गया। देर रात तक स्टॉक की सत्यता (स्टॉक पर ड््यूटी पेड है या नहीं) का पता लगाया जा रहा था। इस दौरान आराघर के गोदाम में भरे अतिरिक्त स्टॉक के कागजात दिखाने में भी आनाकानी की गई। इसके तार जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से जुड़े होने के चलते सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल ने कार्यालय के विभिन्न रिकॉर्ड जब्त कर लिए।
आबकारी आयुक्त डॉ. वी षणमुगम को शिकायत मिल रही थी कि शराब ठेकेदारों में 31 मार्च को घोषित किए जाने वाले स्टॉक को जमा कर लिया है, जबकि इस पर एक्साइज ड्यूटी भी जमा नहीं की जा रही है। इस पर मंगलवार को अपर आबकारी आयुक्त पीएस गब्र्याल व संयुक्त आयुक्त बीएस चौहान के नेतृत्व में छापेमारी की गई। रायवाला स्थित देशी शराब की दुकान से अतिरिक्त स्टॉक के रूप में नौ हजार बोतलें व 38 हजार पव्वे (करीब 1541 पेटियां) पकड़ी गईं। वहीं, आराघर की दुकान व गोदाम में 2072 पेटियां अतिरिक्त स्टॉक के रूप में पकड़ी गईं। मौके पर अधिकारियों ने जब ठेकेदार से स्टॉक रजिस्टर व ड्यूटी के कागजात मांगे तो उन्होंने इंकार कर दिया। जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय ने भी इसमें सहयोग नहीं किया। इसका पता जब जिलाधिकारी एसएस मुरुगेशन को चला तो उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय के रिकॉर्ड जब्त करने को कहा। इसके बाद कार्यालय पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने विभिन्न कागजात जब्त कर लिए। छापेमारी में उपायुक्त रमेश चौहान, सहायक आयुक्त राजीव सिंह, रेखा जुयाल आदि शामिल रहे।
50 हजार पेटियों का अनुमान, 14 करोड़ है राजस्व
यह बात सामने आ रही है कि शराब के तमाम ठेकों व गोदामों में शराब की 50 हजार पेटियों का गोलमाल किया गया है। यदि स्टॉक का खुलासा नहीं किया गया तो करीब 14 करोड़ रुपये के राजस्व की चपत सरकार को लग सकती है। सूत्रों के मुताबिक कुछ आबकारी अधिकारी अतिरिक्त स्टॉक को कागजों में दुरुस्त करने में भी जुट गए हैं।
अवैध स्टॉक पर विभाग बंटा
शराब के अवैध स्टॉक पर आबकारी विभाग दो धड़ों में बंट गया है। कुछ अधिकारी अवैध स्टॉक की धरपकड़ में जुट गए हैं, जबकि कुछ इसका बचाव कर रहे हैं। मंगलवार को भी जब छापेमारी की गई तो यह कार्रवाई दो दुकानों से आगे नहीं बढ़ पाई और टीम को वापस लौटना पड़ गया। गंभीर यह कि पिछले साल आराघर की जिस दुकान पर अल्प राजस्व हानि पर भी जिला आबकारी अधिकारी