बेलगाम सिपाहियों का कारनामा, बिना पूछे ही सिपाही को पीट डाला

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रुद्रपुर- उधमसिंह नगर में पुलिस का एक बार फिर ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे, जिला मुख्यालय रुद्रपुर कोतवाली में ही चौकी के दारोगा को इस कदर पीटा गया कि वो घायल हो गया, उस सिपाही का कसूर सिर्फ इतना था कि वो भाई की पैरवी के लिए कोतवाली पुहंचा था, बस फिर क्या था बेलगाम उधमसिंहनगर पुलिस के सिपाहियो ने बिना पुछे ही पास की चौकी के ही सिपाही को पीटना शुरु कर दिया, लेकिन जब तक पैरवी करने गया सिपाही ये बता पाता कि वो खुद सिपाही है तब तक को बेलगाम सिपाही अपना काम कर चुके थे।

मामला रुद्रपुर कोतवाली का है जहां भाई के मामले में पैरवी करने गया ट्रांजिट कैंप थाने में तैनात एक सिपाही को कोतवाली में जमकर पीटा। पीटने वाले वरदी वाले ही थे। अपने ही महकमे के सिपाही के गाल एक के बाद एक कई थप्पड़ों से लाल कर दिए। मामले में खास बात तो यह है कि पूरा वाक्या बड़े अफसरों की मौजूदगी में हुआ। मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले संजय यहां शांति विहार कालोनी में रहते है। एलआईसी में काम करने वाले संजय का सिपाही भाई ट्रांजिट कैंप थाने में तैनात है। संजय की मानें तो आज वह काठगोदाम डिपो की बस संख्या यूके ०7 पीए 3185 में सवार होकर काशीपुर से रुद्रपुर के लिए निकला था। रास्ते में बस चालक रामचंद्रन ने बस को रांग साइड में चलाना शुरू कर दिया। इस पर संजय ने ड्राइवर को टोका कि ऐसे कोई हादसा हो जाएगा। इस पर संजय और बस चालक रामचंद्रन के बीच बहस हो गई। आवेश में आकर बस चालक ने लोहे की प्लेट से संजय के सिर पर हमला बोल दिया। जिससे संजय का सिर फट गया और वह बुरी तरह लहूलुहान हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर जा पहुंची और चालक को हिरासत में लेने के साथ ही बस को भी कोतवाली में खड़ा कर दिया। इधर, जानकारी पर संजय का सिपाही भाई भी कोतवाली पहुंच गया। कुछ देर बाद ही पैरवी के लिए रोडवेज के अधिकारी भी कोतवाली जा पहुंचे। इस बीच पुलिस के बड़े अफसरों से लेकर कोतवाली स्तर तक के अधिकारी एक नेता के साथ कोतवाली परिसर में बैठे धूप सेंक रहे थे। इधर, रोडवेज के अधिकारी संजय पर दवाब डाल रहे थे कि वह समझौता कर ले। अभी दोनों पक्षों में इसको लेकर बहस ही चल रही थी कि तभी पुलिस के तीरअंदाज अधिकारी अधीनस्थ के साथ मौके पर आ पहुंचे और उन्होंने सभी को धक्का देकर कोतवाली से बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया।

इसी बीच किसी ने सादी कपड़ों और हरी जैकेट में मौजूद सिपाही की ओर इशारा कर दिया। फिर क्या पुलिस अधिकारी ने सिपाही को गिरेबान से पकड़ कर खींचा और पीटना शुरू कर दिया। कोतवाली के अंदर उस पर एक के बाद एक थप्पड़ों की बरसात शुरू कर दी। इसके बाद सिपाही को उस स्थान पर बिठा दिया गया जहां अन्य आरोपियों को बैठाया जाता है।

एएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि घटना के समय वो कोतवाली में ही मौजूद थे। सिपाही के साथ मारपीट नहीं की गई है, बल्कि गलतफहमी की वजह से उसे डांट फटकार लगाई गई थी। जिस मामले की वजह से यह घटना घटित हुई है उसकी जांच की जा रही है।