शराब तस्करों को पकड़ने में पुलिस मशगूल

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हरिद्वार, जहरीली शराब से मौत के बाद पुलिस प्रशासन शराब तस्करों को दबोचने में इस कदर मशगूल है कि उसे अब अन्य अपराध दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। इस कारण अवैध धंधा करने वालों के हौंसलें बुलंद है, इसी कारण क्षेत्र में खुलेआम सट्टे का कारोबार किया जा रहा है और पुलिस कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।

जब से रुड़की क्षेत्र के गांवों मं जहरीली शराब से लोगों की मौत का मामला सामने आया है तब से पुलिस ने अपना एक ही लक्ष्य बनाया हुआ है। वह है किसी भी तरह से शराब बनाने वालों और तस्करों को दबोचना। इसी कारण सट्टे का कारोबार फल-फूलने लगा है। नगर कोतवाली क्षेत्र के पुरुषार्थी मार्केट स्थित एक दुकान में खुलेआम चल रहा है। सट्टे की इस दुकान में सुबह से लेकर शाम सात बजे तक सटोरियों की भारी भीड़ उमड़ी रहती है। प्रति घंटे खुलने वाले इस सट्टे की दुकान में लोग दस के सौ करने में जुटे रहते हैं। सट्टा संचालक ने बताया कि यह लाटरी सिस्टम है और इसका संचालन नासिक महाराष्ट्र से किया जाता है। बताया कि सट्टे के परिणाम व अन्य जानकारी हमारी वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है। बताया कि सिल्वर, गोल्डन व डायमंड टिकट उपलब्ध हैं। जो क्रमशः 12, 55 व 110 रुपये में मिलते हैं।

जिन पर नम्बर आने पर क्रमशः 100, 500 व 1000 रुपये नगद ईनाम मिलता है, सट्टे की इस दुकान पर रिक्शा चालकों, मजदूरों व आसपास मजूदरी करने वालों की भारी भीड़ जुटी रहती है। जिस कारण गरीब परिवार सट्टे के इस खेल में बर्बाद हो रहे हैं। मजेदार बात यह कि छोटे सटोरियों पर तो पुलिस कार्रवाई करती है, लेकिन शहर के बीचों बीच खुले में चल रहे सट्टे के इस धंधे पर पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिस कारण सट्टा संचालकों के हौंसले बुलंद हैं। इस सबंध में नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण कोश्यारी से फोन पर बात की गई तो उनका फोन नहीं उठा।