ग्यारह साल बाद हिरासत में आया हत्यारोपी

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पुलिस अभिरक्षा, जसपुर से फरार हत्या का शातिर आरोपी ग्यारह साल से पुलिस को चकमा दे रहा था, आखिर हत्थे चढ़ गया ।पुलिस को मिली इस बडी कामयाबी में पुलिस ने उसके पास से  एक तमंचा, जीवित कारतूस, फर्जी वोटर आइडी एवं आधार कार्ड मिला है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया।

थाना कुंडा के ग्राम मछली झाला, सिंचाई कालोनी निवासी, अमरीक सिंह 36, पुत्र अवतार सिंह, पर वर्ष 2000 में थाना काशीपुर एवं वर्ष 2003 में थाना जसपुर में हत्या के दो मुकदमें दर्ज है। इन्ही आरोपों में पुलिस ने उसे गिरफतार कर जेल भेजा था। टीबी की बीमारी होने के कारण उसे हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में भर्ती किया गया। वर्ष 2006 में  पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया। 22 अप्रैल को सूचना मिली कि अमरीक सिंह, भोगपुर डाम क्षेत्र में खेती की जमीन पर कब्जा करने आया है।

पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस को उसके पास से एक तमंचा, जिंदा करतूस, फर्जी वोटर आइडी एवं आधार कार्ड मिले। पुलिस ने बताया कि उसने अपने मित्र ज्ञान सिंह, पुत्र सुरेंद्र सिंह के साथ मिलकर हरबंश, पुत्र बचन सिंह, की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मुकदमे में उसे व उसके दोस्त को आजीवन कारावास हो चुकी है। इसके बाद उसने परमजीत, पम्मा निवासी, गढ़ीनेगी थाना, कुंडा को गोली मारकर हत्या की थी। कोतवाल नरेश चंद्र ने बताया कि शनिवार को उसे पकड़ कर कोर्ट में पेश करने के बाद वहां से उसे जेल भेज दिया।

शातिर ने अपने बचने के लिए कई हथकण्डे अपनाये, पुलिस से बचने के लिए फर्जी वोटर आईडी एवं आधार कार्ड बनायें। पुलिस ने बताया कि अमरीक फरार होने के बाद वह राजस्थान के हनुमानगढ़ चला गया था। यहां कुछ समय बाद पंजाब के गांव त्रिमाला थाना लंबी में रहा। पुलिस से बचने के लिए यही से फर्जी वोटर आइडी, आधार कार्ड बनवाया। दो वर्ष बाद यहां से वह उत्तर प्रदेश के जिला पीलीभीत थाना हजारा में अपने परिवार के साथ रह रहा था। शनिवार को वह खेती का हिसाब करने भोगपुर डाम मछली झाला आया था तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।