डोडीताल के लिए महाराष्ट्र के श्रद्धालु रवाना

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डोडीताल के गणेश मंदिर में महाराष्ट्र के चार श्रद्धालु रवाना हुए। श्रद्धालु 25 अगस्त को गणेश महोत्सव के दिन मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना कर पुण्य के प्रतिभागी बनेंगे। सोमवार को श्रद्धालुओं ने हनुमान मंदिर में विधिविधान से पूजा अर्चना की। उसके बाद जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, एसपी ददनपाल और नगरपालिका बाड़ाहाट अध्यक्ष जयेंद्री राणा ने संयुक्त रूप से श्रद्धालुओं को डोडीताल के लिए रवाना किया।
प. राधेश्याम खंडूरी ने बताया कि स्कंदपुराण के अनुसार डोडीताल में माता पार्वती ने भगवान की उत्पत्ति की थी। यहां पर गणेश भगवान ने भगवान शिव को माता पार्वती के कक्ष में प्रवेश नहीं करने दिया। जिससे भगवान शिव ने क्रोधित होकर अपने त्रिशूल से गणेश का शिव धड़ से अलग कर दिया। माता पार्वती के रौद्ररुप धारण करने पर भगवान शिव ने गणेश के धड़ में हाथी का सिर लगाया था। तभी से यह स्थान महत्वपूर्ण माना जाता है और इस स्थान पर गजवक्त्रेश्वर मंदिर का निर्माण हुआ।
महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु रोहित तक्ष, विजय, जनार्द्धन डे वागमरे और रुद्राणी ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई में गणपति का विशेष महत्व है। भाद्रपक्ष गणेश का जन्म महीना माना जाता है। मीडिया के माध्यम से डोडीताल के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसलिए भगवान गणेश की जन्मभूमि के दर्शन करने के लिए यहां चले आए। इस मौके पर कमल सिंह, गणेश पंवार, शिवराम, बलदेव राणा, गिरीश भट्ट आदि मौजूद रहे।