एक तिहाई ऑनलाइन ग्राहकों को मिलता है नकली सामान

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नई दिल्ली,भारत में ऑनलाइन सामान बेचने वाली ई-कॉमर्स कंपनियां अपने फायदे के लिए बड़े पैमाने पर ग्राहकों को नुकसान पहुंचा रही हैं। हालिया दो सर्वे में ये बात सामने आई है कि ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा बेचा जा रहा एक तिहाई सामान नकली है। खासकर वे उत्पाद जो नामी-गिरामी कंपनियों के होते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा परफ्यूम, इत्र, जूते, खेल का सामान, कपड़े, बैग जैसे सामान ज्यादा होता है।

लोकल सर्विस और वेलोसिटी एमआर के सर्वे में ये बात सामने आई है कि भारत में ऑनलाइन खरीदारी करने वाला हर तीसरा ग्राहक नकली सामान का शिकार बनता है। सर्वे में करीब सात हजार ऑनलाइन ग्राहकों से बात करने पर पता चला कि उनमें से 38 फीसदी पिछले छह महीने में नकली सामान के शिकार हुए हैं। इस मामले में ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। उसके बाद अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां भी हैं, जिनसे ऑनलाइन खरीदारी करने पर ग्राहकों को नकली सामान मिला है।

इससे पहले भी नामी-गिरामी कंपनियों ने इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई की है। पहले भी देशी-विदेशी कंपनियां इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर अपने नकली उत्पाद बेचने का आरोप लगा चुकी है। 2017 में नामी-गिरामी कंपनियों को ऑनलाइन उनके नकली उत्पादों की बिक्री से 3.4 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था।