नवरात्र 29 से, जाने घटस्थापना का शुभ मुहुर्त

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फोटोः कृष्णा रावत
हरिद्वार,  यूं तो वर्ष में चार नवरात्र होते हैं, जिनमें दो गुप्त व दो प्रत्यक्ष होते हैं। चैत्र व शरद ऋतु में पड़ने वाले नवरात्रों में भी शारदीय नवरात्रों का खासा महत्व है। इस वर्ष शारदीय नवरात्र 29 सितम्बर से आरम्भ हो रहे हैं। सात अक्टूबर नवमी तिथि को नवरात्र का परायण होगा। देवी दुर्गा की उपासना के लिए नवरात्र के नौ दिनों को समय सबसे उपयुक्त बताया गया है।
नवरात्र की शुरूआत प्रतिपदा के दिन से होती है। पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री ने बताया कि, नवरात्र उपासना में घट स्थापना का खासा महत्व होता है। बताया कि घट में सभी देवताओं का निवास होता है। इस कारण किसी” भी पूजा से पूर्व घटस्थापना का विशेष महत्व है। बताया कि शुभ मुहुर्त में किया गया कार्य विशेष फलदायी होता है। इस कारण से घटस्थापना में शुभ मुहुर्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए। “
बताया कि, इस बार घटस्थापना का शुभ मुहुर्त 29 सितंबर रविवार को प्रातः 6 बजकर 16 मिनट से सुबह 7 बजकर 40 मिनट तक है। बताया कि,” यदि इस समय में घटस्थापना संभव नहीं तो साधक सुबह 11 बजकर 48 मिनट बजे से दोपहर 12 बजक 35 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में कर सकते हैं।”
श्री शुक्ला के मुताबिक घटस्थापना के पश्चात अन्य देवताओं का पूजन-अर्चन करने के पश्चात देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करें और सप्तशती का परायण करें। बताया कि, “शक्ति की उपासना करने वालों के लिए नवरात्र का समय सबसे उपयुक्त होता है। श्रद्धापूर्वक की गई आराधना निश्ति फलदायी होती है।”