हनक भी नहीं आयी काम और मंत्री के भतीजे का कटा चालान

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”उप्र का सिंचाई मंत्री बोल रहा हूं, जिसको आपने पकड़ा है वह मेरा भतीजा है, उसे तत्काल छोड़ दो। कुछ इसी अंदाज में उप्र के सिंचाई मंत्री धर्मपाल ने सीपीयू को फोन कर दवाब में लेने का प्रयास किया”। जी हां उत्तर प्रदेश के मंत्री ने अपनी हनक दिखाने में उत्तराखण्ड को भी नहीं छोडा और नियमों की धज्जियां उडा रहे अपने भतीजों को छुडाने के लिए पुलिस पर जमकर रौब झाड डाला।

सीपीयू कर्मी, डीडी चौक पर वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान यूपी 25 एएच 2074 बाइक पर तीन युवक बैठे जा रहे थे। सीपीयू ने उनको रोक कागज मांगे तो वह कागज तो दूर ड्राइविंग लाइसेंस, बीमा कुछ न दिखा सके और उप्र के मंत्री का भतीजा होने का रौब सीपीयू पर गांठने लगे।सिंचाई मंत्री के भतीजे बताने वाले युवकों की बाइक पर लगी नंबर प्लेट में नंबर भी साफ नहीं लिखा था। बाइक का नंबर उप्र 25 एएच 2074 था, लेकिन उसमें न तो एच साफ दिख रहा था और न ही आखिरी नंबर चार दिखाई दे रहा था।सीपीयू कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी और वाहन सीज कर दिया।

इसी बीच खुद को सिंचाई मंत्री का भतीजा बताने वाले यादराम, पुत्र बृजलाल,गुलड़िया उपरोल, थाना सिरोली बरेली ने अपने मोबाइल से फोन लगाकर सीपीयू कर्मी के हाथ में थमा दिया और कहा मंत्री जी से बात कर लो। सीपीयू कर्मी ने मोबाइल पर बात की तो सामने से बात करने वाले ने खुद को सिंचाई मंत्री धर्मपाल बताया और बाइक को छोड़ने की हिदायत दी।