ड्रेगन को टक्कर देंगी हिम वीरांगनायें

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    शनिवार सुबह मसूरी के आईटीबीपी स्थित परेड ग्राउंड में एक पारंपरिक पासिंग आउट परेड के बाद 10 महिला प्रशिक्षार्थी और 4 पुरुष आॅफिसर अकादमी से पास आउट हुए। 48 हफ्तों के कठिन परिश्रम के बाद इनका ये सपना पूरा हुआ।

    इस बार स्वोर्ड आॅफ हाॅनर के विजेता रहे एसी/डीजी मंजु सिब्बल जिन्हें बेस्ट इन आुटडोर एक्टिविटी के लिये डीजी कप से भी नवाज़ा गया।

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    पासिंग आुट परेड के मुख्य अतिथि रहेउप महानिरीक्षक आईटीबीपी अकादमी श्री दावीदार सिंह। परेड को देखने और कैडेट्स की हौंसला अफज़ाई करने के लिये कैडेट्स के परिवार जनों के साथ साथ सर्विंग और रिटायर्ड अधिकारी भी मौजूद रहे। परेड के दौरान कराटे डिस्प्ले और पाईप बैंड ने सभी का मन मोह लिया।

    आईटीबीपी फोर्स का गठन 24 अक्टूबर 1962 में भारत चीन युद्ध के बाद किया गया था। आज ये फोर्स न केवल 3488 किमी लंबी भारत चीन सीमा की निगरानी का काम करती है बल्कि आपदा से जुड़े कामों, अन्य राहत के कमों वीआईपी सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भऊमिका निभाती है।