अवैध खनन रोकने संबंधी तमाम दावों के बाद भी प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा अवैध खनन शुक्रवार को तीन मौतों की वजह बन गया। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर जा पहुंची और दबे मजदूरों को निकालने की कोशिश शुरू कर दी गई, लेकिन मलबे में दबे दो मजदूर तब तक दम तोड़ चुके थे। जबकि एक अन्य ने अस्पताल में आखिरी सांस ली। मरने वालों में पिता पुत्री व एक अन्य मजदूर है।
इधर, हादसे की सूचना के बाद पट्टा मालिक और ट्रैक्टर ट्राली मालिक मौके से फरार हो गए। जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 3०४ व खनन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला सुल्तानपुर पट्टी से सटे नूरपुर ,ग्राम चैंकी कुंडेश्वरी और आईटीआई के बीच कोसी नदी का है, जहां शोभा राम का खनन पट्टा है।
बावजूद इसके की इस बार खनन पट्टा स्वीकृत नहीं है, शोभा राम पट्टे में खनन कार्य करा रहे थे। बताया जाता है कि उक्त खनन पट्टे के पचास मीटर दूरी पर एक स्वीकृत पट्टा था, जिसकी आड़ में यह अवैध खनन किया जा रहा था। यहां भोर से खनन का अवैध खेल शुरू कर दिया गया था। जिसमें ट्रैक्टर ट्राली मालिक लईक के अलावा 19 मजदूर काम कर रहे थे। मजदूर पट्टे को खोदते खोदते करीब आठ फीट नीचे पहुंच चुके थे और ऊपर की ओर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। जिसकी वजह से अचानक ढांग भरभरा कर गिर गए और उसकी चपेट में पांच मजदूर गए। साथी मजदूरों की चीख पुकार सुन आसपास के लोग भी दौड़ पड़े और आनन फानन में राहत कार्य शुरू कर दिया गया।
इधर सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी काशीपुर जगदीश चंद्र, एसडीएम बाजपुर पीएस राणा समेत अन्य अधिकारी मौके पर जा पहुंचे और राहत कार्य तेज किया गया। मलबे में कुल पांच लोग दबे थे। जिनमें से तीन को निकाल कर अस्पताल भेजा गया। जबकि दो ने मलबे में ही दम तोड़ दिया था।
                




















































