ऋषिकेश, एक तरफ तो सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए और दिव्यांगों की मदद के लिए तमाम बातें तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। दिव्यांग खेलों में अपना नाम स्थापित कर चुकी ऋषिकेश की निरजा गोयल एक व्हीलचेयर के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों के दर पर गुहार लगा-लगा कर थक गई है। उसका कहना है कि वह अपने खेल द्वारा राज्य को कई पदक दिला सकती है, लेकिन उसके पास खेलने के लिए एक व्हीलचेयर नहीं है। उसने इसके संबंध में उत्तराखंड के स्पीकर प्रेम चंद्र अग्रवाल से लेकर कई नेताओं से संपर्क किया, लेकिन कोई भी इसकी मदद करने के लिये आगे नहीं आया।
इस दिव्यांग खिलाड़ी ने अभी हाल ही में चंडीगढ़ में विस्तार 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर पदक को जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। और अब वह चाहती हैं कि वह अन्य राष्ट्रीय अौर अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभा करके उत्तराखंड का और देश का नाम रोशन कर सकें।
वहीँ दूसरी तरफ स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने भरोशा दिलाया है की वो सरकार से जल्द से जल्द नीरजा के लिए मदद मागेंगे।