नैनीताल जनपद मुख्यालय में कमोवेश जंगलों को पूरी तरह से राख करने के बाद आग कमोवेश बुझा दी गयी है। इसके साथ हेलीकॉप्टर से आग बुझाने का अभियान भी थम गया है। दूसरी ओर आज रविवार को भी नैनीताल जनपद में आग लगने की 43 सूचनाएं सामने आयी हैं।
ताजा हालात यह हैं कि जनपद मुख्यालय से लेकर भीमताल तक आसमान में लगातार बांबी बकेट के साथ दौड़ रहे भारतीय सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर का शोर फिलहाल थम गया है। भीमताल जेल में पूरे एक दिन ठप रही पर्यटन गतिविधियां फिर से शुरू हो गयी हैं। जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले हल्द्वानी मार्ग पर एरीज मोड़ के पास से लेकर बल्दियाखान होते हुए नैना गांव तक का सड़क के दोनों ओर का जंगल पूरी तरह से खाक हो गया है। यहां देर रात्रि तक भी पेड़ों के ठूंठों के साथ कई सूखे खड़े पेड़ों पर आग सुलगती रही। वहीं बेलुवाखान के पास का जंगल एक पखवाड़े पूर्व ही जल चुका है और यहां अब दुबारा चीड़ के पत्ते इकट्ठे होने लगे हैं। दोगांव के सामने भवाली रोड पर भी भूमियाधार से लेकर पाइंस और लड़ियाकांठा तक का जंगल एमआई-17 को आग बुझाने के लिये मजबूर करने के और खाक होने के बाद पूरी तरह से काला पड़ गया है। यही हाल खुर्पाताल व बजून क्षेत्र के जंगलों का भी है। जनपद के बेतालघाट क्षेत्र के जंगलों के भी यही हाल हैं।
आज यहां जल रहे जंगल-
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया यानी भारतीय वन सर्वेक्षण की वेबसाइट के अनुसार रविवार को नैनीताल जनपद में वनाग्नि की 43 घटनाओं की सूचना मिली हैं। इनमें नैनीताल जनपद की नैना रेंज में दाबका बीट, कोसी रेंज की सूका बीट, भवाली रेंज की कुलेटी व सरना बीट, के मनोरा रेंज में, दक्षिणी गौला रेंज की देवथल व पतलोट बीट, बढ़ौन रेंज, छखाता रेंज की सिमलिया बीट, बड़ौन रेंज की पूर्वी ओखलढूंगा रेंज के साथ रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज की चोपड़ा, परेवा बीट, फतेहपुर रेंज की उनियाली बीट, च्यूरागांजा बीट, नंधौर रेंज की बलौज पटरानी व बलौट ककोड़ बीट तथा रतराव आम बीट, हल्द्वानी वन प्रभाग के अंतर्गत डांडा रेंज की अलीगढ़ बीट, जौलासाल रेंज की लबार बीट में जल रहे जंगलों की सूचना भी शामिल हैं।