पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र के काफिले को बाजपुर में कुछ दबंगों ने लाठी डंडे के जोर पर रोक लिया। आरोप है कि पिता-पुत्र पर हमले की कोशिश की गई। इस घटना के विरोध में यशपाल आर्य अपने समर्थकों के साथ कोतवाली बाजपुर में धरने पर बैठ गए। सूचना पर एसपी काशीपुर प्रमोद कुमार और एसपी क्राइम मिथिलेश कुमार मौके पर पहुंच गए हैं।
पूर्व मंत्री आर्य की बाजपुर में एक सभा थी, जिसमें बहुत सारे भाजपाई पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना था। आर्य अपने पुत्र संजीव आर्य के साथ इस कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे थे।
बताया गया कि लभेड़ा पुल के पास कुछ दबंगों ने लाठी डंडों के जोर पर यशपाल आर्य का काफिला रोक लिया और यशपाल आर्य व संजीव आर्य के साथ हाथापाई शुरू की पर उनके समर्थक उन्हें बचाकर ले गए।
नैनीताल के निवर्तमान विधायक संजीव आर्य ने आरोप लगाया है कि पुलिस की मौजूदगी में 20 लोगों के साथ कुलविंदर सिंह किंदा ने लाठी-डंडों से हमला किया है। संजीव आर्य ने कहा, मेरी और पिता की हत्या करने की साजिश रची गई थी। दो समर्थकों ने अपने ऊपर वार झेलकर उन्हें किसी तरह बचाया। पूरे घटनाक्रम की जांच की जानी चाहिए। हमले के पीछे जो भी हैं उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
इसके बाद यशपाल आर्य और संजीव समर्थकों के साथ बाजपुर थाने पहुंचे और उन्होंने धरना देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
                



















































