शिष्टाचार भेंट अगर हो तो अलग बात है मगर ड्यूटी पर तैनात अधिकारी जब मंत्री के पैर छुए तो इसे आप क्या कहेंगे। जी हां अधिकारियों की मंत्री परिक्रमा कोई नई बात भले ही ना हो मगर अक्सर देखा जाता है कि अधिकारी मंत्रियों को सार्वजनिक स्थानों पर पैर छूकर अपने पद और गरिमा की लाज तक नहीं रखते। ऐसा ही कुछ मामला राज्य के बाजपुर इलाके में सामने आया। यहां शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण पद पर शिक्षक मंत्री जी की आवभगत में ये भी भूल गये कि उनके पद की गरिमा क्या है। एक कार्यक्रम में यहां कबीना मंत्री यशपाल आर्या एक कार्यक्रम में पहुंचे थे।
बाजपुर के क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य बालिका छात्रावास में वृक्षा रोपण के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी और कई शिक्षक भी मौजूद थे। इस समारोह के बीच ही खण्ड शिक्षा अधिकारी सभी के सामने मंत्री जी के पैर छूते दिके। शायद काबिले तारीफ होता कि अगर मंत्री जी किसी शिक्षक के पैर छूते मगर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की पैर छूने वाली चापलूसी देखकर तो आप समझ ही गये होंगे कि ये वो अधिकारी है जो नेताओं और मंत्रियों की परिक्रमा कर अपने ट्रांसफर पोस्टिंग कराने मे विश्वास रखते है।
बताया जाता है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद 2010 से 2012 तक यहां तैनात थे। उसके बाद फिर मई 2017 में खण्ड शिश्रा अधिकारी अपनी मानचाही जगह बाजपुर में फिर से तैनात हो गये। राजनैतिक ताल्लुकात रखने की वजह से ही बताया जाता है कि शिक्षा अधिकारी अपनी मनचाही जगह पर पोस्टिंग करा लेते हैं। फिर मंत्री जी के पैर छूने का आखिर कुछ तो इनको फल मिलना ही चाहिए था।