रुद्रप्रयाग जनपद के अनेक हिस्सों में बारिश जारी है। बारिश के कारण रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से सटे नरकोटा गांव में भारी नुकसान हुआ है। यहां बारिश का पानी और मलबा कई आवासीय घरों में घुस गया। रात के समय गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया और ग्रामीणों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई।
सुबह होने पर ग्रामीणों ने घटना की सूचना प्रशासन को दी। बारिश और मलबे के कारण गांव में पांच से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। मलबे के कारण आवासीय भवनों और सामान को भारी क्षति पहुंची है। अभी भी लगातार बारिश जारी है।
ग्रामीणों की सुरक्षा को देखेते हुए रुद्रप्रयाग आपदा प्रबंधन विभाग ने सैंण तोक में पांच टेंट लगा दिए हैं। अब बारिश होने पर ग्रामीण टेंटों में रहकर सुरक्षित रह सकते हैं। पिछले महीने भी गांव में बादल फटने की घटना हुई थी, जिस कारण ग्रामीणों के आवासीय भवनों को खतरा हो गया था। आपदा प्रबंधन ने गांव में रास्ता बनाकर गांव की दिनचर्या शुरू कर दी थी, लेकिन कल देर रात फिर एक बार मूसलाधार बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी घुसने से गांव में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबन्धन टीम ने ग्रामीणों के लिए टेंट की व्यवस्था की है।
उक्रांद नेता मोहित डिमरी ने प्रशासन से विस्थापन की मांग की है। उन्होंने कहा कि नीचे से सुरंग निर्माण और ऊपर से मलबे का खतरा बना है। ऐसे में विस्थापन ही विकल्प है और तत्काल इसमें कार्रवाई होनी चाहिए।





















































