पहाड़ों में बदला मौसम, केदारधाम में बर्फबारी

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गर्भगृह
Kedarnath

रुद्रप्रयाग, केदारनाथ धाम सहित ऊंची पहाड़ियों में कल दोपहर बाद हल्की बारिश और बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बाद केदारनाथ और पैदल मार्ग में बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है लेकिन बिगड़ते मौसम के कारण कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अग्रिम दल ने केदारनाथ धाम पहुंचकर बर्फ हटाने व साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। केदारनाथ मंदिर के कपाट नौ मई को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।

केदारधाम मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय सहित जिले के अनेक स्थानों पर दोपहर बाद बारिश हुई। पिछले कुछ दिनों से जिले में गर्मी महसूस की जा रही थी लेकिन मंगलवार को हुई बारिश और बर्फबारी से मौसम एक बार फिर सदाबहार हो गया है। कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि इस बार धाम में भारी बर्फबारी हुई है। धाम के चारों ओर बर्फ ही बर्फ है। इसे हटाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने से पूर्व केदारधाम में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जाएगा। बर्फबारी के कारण मंदिर समिति को लाखों का नुकसान हुआ है। मंदिर समिति का अग्रिम दल पहले बर्फ साफ करने में जुटा हुआ है। बर्फ हटाने के कारण निर्माण कार्य भी शुरू कर दिये जाएंगे।

बाबा की डोली गौरीकुंड में करेगी विश्राम
उन्होंने बताया कि इन दिनों मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री कालीमठ, गौरीमाई मंदिर गौरीकुंड, त्रिजुगीनारायण मंदिर की व्यवस्थाओं का भ्रमण कर रहे हैं। भ्रमण के दौरान खत्री मंदिरों की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। गौरीमाई के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गये हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से एक दिन पहले बाबा की डोली गौरीकुंड में विश्राम करेगी। ऐसे में व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां की जा रही है।

मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डाॅ हरीश गौड़ ने बताया कि विगत दिनों मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बद्रीनाथ एवं केदारनाथ का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद अग्रिल दल को केदारनाथ भेजा गया। इससे धाम में बर्फ हटाने का कार्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि केदारनाथ मंदिर के कपाट नौ मई को प्रातः पांच बजकर पैंतीस मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे। इससे पहले केदारधाम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा।