उत्तराखंड परिवहन देगा ड्राईवर और कंडक्टरो को तहजीब से पेश आने की ट्रेनिंग

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पहाड़ों की लाइफलाईन कहीं जाने वाली उतराखंड परिवहन में जल्द ही काफी बदलाव देखने को मिलेंगे।बस में आए-दिन होने वाली बदसलूकी और छेड़छाड़ की शिकायतों पर उत्तराखंड परविहन अब चुप नहीं बैठेगा। उत्तराखंड परविहन अब बस में चलने वाले ड्राईवर और कंडक्टरों की क्लास लगाएगा जिससे आने वाले समय में किसी तरह की शिकायत ना मिले।

बीते कई महीनों से आए दिन बसों में बदसलूकी के कुछ किस्से सामने आए हैं जिसकी वजह से उत्तराखंड परिवहन अब अपने कंडक्टर को प्रशिक्षण देगा।इन सारी शिकायतों को दूर करने के लिए कुछ प्रशिक्षण केंद्र खोले जाऐंगे जहां यात्रियों से सलीके से पेश आने और तहजीब की ‘पाठशाला’ लगेगी। उम्मीद है कि चालक-परिचालकों के दुर्व्यवहार से निगम को हो रहे घाटे व बदनाम छवि से उबरने में यह कसरत सही साबित हो सकती है।

इसके साथ-साथ उत्तराखंड परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने जानकारी दी है कि, “परिवहन विभाग कुछ बदलावों की तैयारी करने जा रहा है।अब बसों में महिलाओं से बढ़ती छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाऐंगे।इसके अलावा परिवहन निगम की बसों में महिलाओं के लिए बसों में सीटें आरक्षित की जाएंगी।” इतना ही नहीं परिवहन विभाग को घाटे से उभारने के लिए विभाग ने 300 नई बसें खरीदने का फैसला लिया है।इनमें से 150 बसें पहाड़ी क्षेत्रों और 150 मैदानी क्षेत्रों में संचालित होंगी।साथ ही प्रदूषण को देखते हुए 50 इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदेगा विभाग।पिछलें कई सालों में पहली बार 10 नई वॉल्वो बसें भी खरीदेगा परिवहन विभाग। और सबसे जरुरी खस्ताहाल हो चुकी 60 बसों को भी बाहर किया जा रहा है।

इस मामले में परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने टीम न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में बताया कि, “यह बात बिल्कुल सही है कि हमारे पास आए दिन यात्रियों से शिकायत आती रहती है कि ड्राईवर और कंडक्टर रुड हैं या उन्होंने कोई बदसलूकी कर दी।इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए हम कोशिश कर रहें कि ज्यादातर जिलों में ऐसे प्रशिक्षण केंद्र बनाए जहां हम इन सभी कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे सकें।इससे ना केवल यह सारी शिकायतें कम होगीं बल्कि पहाड़ों की लाइफलाईन कहीं जाने रोडवेज बसों में यात्री सुरक्षित होकर यात्रा कर सकेंगे। आने वाले एक-दो महीने के अंदर आपकों बसों में सीसीटीवी कैमरे भी नज़र आऐंगे जिससे महिलाएं दिन हो या रात सुरक्षित होकर यात्रा कर सकती हैं, सीसीटीवी लगाने की प्रकिया शुरु हो चुकी है, जल्दी ही यह बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। हालांकि नई बसों को खरीदने में थोड़ा वक्त लग सकता है लेकिन बाकि सभी चीजें जैसे कि कर्मचारियों के प्रशिक्षण का काम,सीसीटीवी,महिलाओं के लिए सीटें रिजर्व करना यह सब बहुत जल्द शुरु हो जाएगा।”

परिवहन निगम द्वारा किए जा रहे पहल से जहां एक तरफ रोडवेज की तस्वीर तो बदलेगी ही साथ ही बसों में हो रही महिलाओं से बदसलूकी की शिकायतें भी कम होंगी।