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सहकारिता के क्षेत्र में प्रदेश होगा अग्रणीः सीएम

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हल्द्वानी, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में उत्तराखंड को देश में अग्रणीय बनाया जाएगा। इसके लिए किसानों के आर्थिक विकास की दिशा में कई स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों की आय दुगनी होगी तो समूचा सूबा विकास की नई बुलंदियों को छूएगा।

सीएम श्री रावत एमबी इंटर कालेज परिसर में बतौर मुख्य अतिथि किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान किसी भी सूबे की रीढ़ होते हैं और इसके लिए सरकार सदैव उनके आर्थिक स्तर को बेहतर बनाने के प्रति संजीदा रहेगी। इस दौरान पूर्व सीएम ने सर्वप्रथम पंडित दीन दयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजनान्तर्गत आयोजित कार्यक्रम का दीप  प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। तत्पश्चात सभी विधायकों और पार्टी नेताओं ने मुख्य अतिथि श्री रावत का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। इस दौरान

सीएम श्री रावत ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत कई किसानों को चेक वितरित किए। इस योजना में करीब नैनीताल जिले के आठ ब्लाकों के 32 किसानों को एक एक लाख के चेक दिए गए। कार्यक्रम में जिले के आठ हजार काश्तकारों को सरकार का ऋण देने का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सूबे में 27 लाख परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा। सूबे में 173 नए चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अलावा 700 नई नर्सों की तैनाती की तैयारी की जा रही है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए सूबे को 65 नई एंबुलेंस दी जा रही है। जिसके चलते आगामी तीन माह के भतीर सूबे के अधिकांश अस्पताल सुविधा संपन्न हो जाएंगे।। उन्होंने कहा कि पांच साल के भीतर सूबे में भ्रष्टाचार का खात्मा कर दिया जाएगा। कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद दलालों, खनन माफियाओं, भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसी गई है।

खत्म हुआ ग्रिटिंग्स कार्ड का संसार

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काशीपुर, महंगे एंड्रॉइड मोबाइल के चलन ने नव वर्ष पर गुलजार होने वाले ग्रिटिंग्स कार्ड के बाजार को ध्वस्त कर दिया है। नव वर्ष के कुछ दिन पूर्व बाजार में ग्रिटिंग्स की अलग से दर्जनों दुकानें सजी दिख जाती थी। बच्चों के साथ युवाओं में भी अपने दोस्त रिश्तदारों को कार्ड भेजने के चलन ने अभी गति ही पकड़ी थी, कि मोबाईल ने गिटिंग के चलन को ही बंद होने पर मजबूर कर दिया।

डेढ़ से दो दशक पूर्व तक नव वर्ष पर ग्रिटिंग्स कार्ड की ही सबसे अधिक पूछ होती थी। किस दोस्त ने कार्ड भेजा, किसका कार्ड कितना महंगा और कितना आकर्षक था। लेकिन, कुछ साल के राज के बाद ही बाजार में एंड्रॉइड फोन का चलन तेज हुआ। पिछले तीन-चार साल में यह सेट सामान्य लोगों तक गांव-गांव पहुंच गया। नतीजा, लोग नव वर्ष की शुभकामना के लिए ग्रिटिंग्स कार्ड को भूल गए, बाजार में इसकी दुकानें भी कम हो गई।

नया साल आने पर महंगे मोबाइल सेट के मैसेंजर, व्हाट्सअप, मैसेज, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से अपने लोगों को शुभकामना दे रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि वह पिछले कई साल से इसकी दुकान चला रहा है। अब से दस साल पूर्व तक महीने भर पहले से इसकी मांग तेज हो जाती थी। खरीदारी में भी सभी वर्ग शामिल था। लेकिन, अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। ग्रिटिंग्स का सर्वाधिक प्रयोग करने वाले हर मध्यमवर्गीय परिवार में स्मार्ट फोन पहुंच गया है। अब उन्हें कार्ड की जरूरत नहीं है। बस कुछ बच्चे, जिनके पास मोबाइल नहीं है वही कार्ड खरीदने पहुंच रहे हैं।

नव वर्ष पर सीएम ने दी बधाई, सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईंं

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देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश की जनता को नव वर्ष की बधाई दी है। साथ ही उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि विकास की दृष्टि से उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो इसके लिए राज्यहित में अनेक निर्णय लिये गए हैं।

मुख्यमंत्री रावत ने रविवार को प्रदेशवासियों को नववर्ष 2018 की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गैरसैंण हमारे लिए राज्य की अस्मिता से जुड़ा प्रश्न है। गैरसैंण में सरकार ने पहली बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित कर राज्य के समग्र विकास की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए हैं। केदारनाथ के पुननिर्माण के लिए केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि लोकसेवकों के स्थानांतरण में पारदर्शिता लाने और सरकारी मशीनरी को सुदृढ़ करने के लिए ट्रान्सफर एक्ट बनाया गया है। पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई। मानचित्र स्वीकृत कराने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने में एमडीडीए देहरादून में अॉनलाइन भवन मानचित्र स्वीकृत प्रणाली आरम्भ की गई है। सरकारी कार्यों में गतिशीलता व पारदर्शिता लाने तथा जनता को सरकार की योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सीएम डैशबोर्ड तैयार किया गया है। इसमें जनसेवाओं को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि एवं ग्राम्य विकास के लिए किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कृषकों को दो प्रतिशत ब्याज पर एक लाख तक का ऋण उपलब्ध कराने हेतु पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना शुरू की गई है। अब तक लगभग एक लाख किसानों को सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी प्रयास किए जा रहे है। 13 जिलों में 13 नए पर्यटन गंतव्य बनाए जा रहे है। वर्ष 2017 में लगभग 22 लाख से अधिक पर्यटक चारधाम यात्रा में आए। प्रदेश में अधिक से अधिक पर्यटक आएं इसके लिए केदारनाथ-बद्रीनाथ के सौन्दर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सड़क एवं रेल परिवहन की मजबूती के साथ ही गढ़वाल एवं कुमांऊ को जोड़ने वाला कंडी मार्ग का निर्माण सरकार की प्राथमिकता में है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग, देवबन्द-रुड़की रेल मार्ग का निर्माण राज्य के विकास में और अधिक गति प्रदान करेगा। चारधाम आल वेदर रोड का कार्य प्रगति पर है। शहरी विकास के अन्तर्गत देहरादून को स्मार्ट सिटी एवं माॅडल सिटी बनाने की दिशा में कार्य आरम्भ किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच मुक्त करने में उत्तराखंड देश का चौथा राज्य बन गया है। 2018 तक 92 शहरी निकायों को ओडीएफ बनाने का लक्ष्य है। 

नाम बदलकर रिलीज हो सकती है ‘पद्मावती’, मिल सकता है यू.ए प्रमाणन

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नई दिल्ली, लंबे समय से विवादों में घिरी रही फिल्म पद्मावती को केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने कुछ बदलाव करने का सुझाव दिया है जिसमें फिल्म का शीर्षक ‘पद्मावती’ से बदलकर पद्मावत करना शामिल है। इन बदलावों के बाद फिल्म को यूए सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

पद्मावती को प्रमाणन देने के लिए सेंसर बोर्ड ने 28 दिसंबर को अपनी जांच समिति की बैठक की। बैठक में सीबीएफसी अधिकारियों के साथ नियमित जांच समिति के सदस्यों और अध्यक्ष प्रसून जोशी की उपस्थिति में एक विशेष सलाहकार पैनल भी शामिल था। बैठक में फिल्म के निर्माता और सोसाइटी को ध्यान में रखते हुए फिल्म को एक संतुलित दृष्टिकोण की तरह पेश किए जाने पर सहमति बन गई। बैठक में सीबीएफसी द्वारा गठि‍त पैनल में उदयपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़, जयपुर यूनि‍वर्सिटी के डॉ चंद्रमणी सिंह और प्रोफेसर के.के. सिंह शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि फिल्म पद्मावती को कुछ राजपूत घराने और करणी सेना ने आरोप लगाया था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच ड्रीम सीक्वेंस दर्शाए गए हैं। साथ ही फिल्म का एक गाना घूमर को लेकर भी विवाद था कि पहले की रानियां पुरुषों के सामने नाच गाना नहीं किया करती थीं। हालांकि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने एक वीडियो जारी कर इन सभी आरोपों को खारिज किया था।s

नहीं थम रहा रायवाला क्षेत्र में गुलदार के हमलों का दौर

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ऋषिकेश, अभी 3 दिन पहले मोतीचूर में दो गुलदार पकड़कर वन विभाग अपनी पीठ थपथपा ही रहा था कि रायवाला क्षेत्र में गुलदार ने एक और युवक को अपना निवाला बना दिया। आपको बता दें कि यह बीते 3 साल में रायवाला क्षेत्र में सक्रिय गुलदार के हमले की सोलवीं घटना है जिस क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है पुलिस और वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है और नरभक्षी गुलदार को चिन्हित करने के प्रयास कर रही है।

गुलदार के हमले में मारे गए युवक का नाम सुनील पुत्र खेम सिंह है जो कि रायवाला गांव का ही निवासी है जो आज सुबह 6:00 बजे करीब जंगल में शौच के लिए गया था बीते 1 महीने में गुलदार के हमले की है तीसरी घटना है जिसमें वन विभाग जिसमें वन विभाग कुछ भी करने में नाकाम रहा है

नए साल के इंतजार में जश्न को बेसब्र दूनवासी

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देहरादून। खट्टी मीठी यादों के साथ यह साल विदा होने वाला है। बस रविवार का दिन बचा है। नए साल के इंतजार में पलक-पांवड़े बिछाए दूनवासी इस आशा के साथ बेसब्र हुए जा रहे हैं कि यह वर्ष जीवन में ढेरों खुशियां लेकर आएगा। वर्ष 2018 के लिए इस्तकबाल और वर्ष 2017 के विदाई की बेला पर दून में जमकर धमाल होगा और हर ओर उल्लास ही उल्लास दिखेगा।

हर कोई अपने-अपने अंदाज में जश्न की तैयारियों में जुटा है। शहर में एक दर्जन से ज्यादा होटल, लांज, रेस्तरां आदि में पार्टी आयोजित की गई गईं हैं। कहीं लिमिटेड तो कहीं अनिलिमिटेड खाना और जाम होंगे। बच्चों, महिलाओं की प्रतियोगिता होंगी तो कहीं डीजे की धुन पर सब जश्न में चूर होंगे। इसके अलावा भी काफी कुछ ऐसा होगा, जिससे यह रात यादगार बन जाएगी।
गुदगुदाएंगे कॉमेडियन वीआईपी
हरिद्वार बाईपास स्थित सॉलिटियर होटल के प्रबंधक दीपक रौतेला ने बताया कि थर्टी फर्स्ट की पार्टी में जाने-पहचाने कॉमेडियन वीआईपी की प्रस्तुति होगी और तनुरा डांस भी आकर्षण का केंद्र रहेगा।

लाइव सिंगिंग और ढोल
चकराता रोड स्थित डगआउट लांज के संचालक सचिन कर्णवाल ने बताया कि डीजे विनायक अपनी बीट पर लोगों को झुमाएंगे। शिवांग और प्रिंस लाइव सिंगिंग करेंगे। उल्लास को और बढ़ाने के लिए ढोल भी रहेगा। लोग ऐसी पार्टियों में जाने को ही वरियता दे रहे हैं। लगातार लोग रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।

डीजे खुशी झुमाएंगी
जीएमएस रोड स्थित होटल सैफरॉन लीफ में डीजे खुशी और दक्ष बैंड पार्टी में चार चांद लगाएंगे। यहां पार्टी कसीनो स्टाइल में होगी। ब्लैक एंड रेड ड्रेस कोड भी रखा गया है। प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 150 तरीके फूड आइटम होंगे और पार्टी रात आठ बजे शुरू हो जाएगी।

खास डिश और सप्राइज गिफ्ट
राजपुर रोड स्थित मधुबन होटल में कपल डांस समेत कई प्रतियोगिता होंगी और सप्राइज गिफ्ट भी दिए जाएंगे। साथ ही अफ्रीका के शेफ कई ऐसी डिश बनाएंगे, जिसका स्वाद शायद ही किसी ने पहले चखा हो और डीजे तो रहेगा ही।
यहां भी मनेगा जश्न
शहर के हरिद्वार रोड स्थित जेएसआर कांटीनेंटल, क्यूबी लांज, जीआईपी राजपुर रोड, वसंत विहार स्थित हॉट स्पॉट रेस्तरां, आईएसबीटी के समीप ब्ल्यू व्हेल रेस्तरां, जीएमएस रोड स्थित औरा किचन एंड स्पिरिट्स में भी पार्टी होगी।
प्रतियोगिताएं भी होंगी
कॉलोनियों में रेजीडेंस वेलफेयर सोसाइटी ने भी 31 दिसंबर की रात को यादगार बनाने की पूरी तैयारी हैं। बच्चों, महिलाओं की प्रतियोगिता होंगी तो ढोल की थाप पर भांगड़ा और डीजे की बीट पर डांस भी खूब होगा।
सोशल मीडिया पर एडवांस बधाइयां
फेसबुक, वाट्स एप पर नववर्ष की एडवांस शुभकामनाएं देने का सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। साथ ही विभिन्न वेबसाइट पर नववर्ष के आकर्षक डिजिटल ग्रिटिंग कार्ड्स के साथ संदेश भी उपलब्ध हैं। बस कार्ड डाउनलोड और संदेश कॉपी कर पेस्ट करें और अपनों को शुभकामनाएं भेज दें।
घरों में भी होगी पार्टी
जो किन्हीं कारणों से बाहर जाकर पार्टी नहीं कर सकते, वो घर ही इस रात को यादगार बनाएंगे। तरह-तरह के पकवान तो बनेंगे ही काडर््स यानी ताश, कैरम आदि खेलकर एंजॉय करेंगे। इंदिरा नगर निवासी सीमा छाबड़ा ने बताया कि वह हर साल 31 दिसंबर को नई-नई डिश बनाती हैं। इस बार भी प्लानिंग की है और आयोजन को नाम दिया है हाउस पार्टी। सिर्फ इतना ही नहीं, डांस के लिए म्यूजिक सिस्टम भी तैयार है।
…और रंगीन हो जाएगा आसमां
जैसे ही रविवार रात 12 बजेंगे, समूचा आसमां आतिशबाजी से रंगीन हो जाएगा। लोगों ने विशेष रूप से इस दिन के लिए आतिशबाजी की खरीददारी की है।

भौतिक व आर्थिक प्रगति को जानने के लिए एमडीडीए लगाएगा साफ्टवेयर

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देहरादून। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिरकण में परियोजनाओं की भौतिक व आर्थिक प्रगति को तत्काल जानने के लिए प्रोजेक्ट फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम साफ्टवेयर लगाया जाएगा। इस बाबत एमडीडीए उपाध्यक्ष डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने साफ्टवेयर लगाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।

शनिवार को एमडीडीए में हुई बैठक में उपाध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परियोजनाओं की भौतिक व वित्तीय प्रगति के बारे में समय पर नहीं पाता चल पाने के कारण काम प्रभावित होता है। इसलिए ऐसा सिस्टम बनाया जाना जरूरी है, जिससे परियोजनाओं का भौतिक व वित्तीय प्रगति की जानकारी तत्काल मिल सके। इसके लिए प्रोजेक्ट फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम साफ्टवेयर लगाया जाएगा। इस साफ्टवेयर से नेट बैंकिग भी की जा सकेगी। जिसकी सूचना संबंधित अधिकारी व संस्था को ई-मेल व एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी। एमडीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि योजना प्रगति को संरक्षित करने के लिए मोबाइल एप भी विकसित किया जाएगा।

साढ़े तीन साल बाद फेसबुक के ​जरिए परिजनों से मिला सुमित

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देहरादून। करीब साढ़े तीन साल पहले खोये बच्चे से जब परिजन मिले तो खुशी के मारे उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। बच्चे को गले लगाकर परिजनों ने पुलिस को थैंक्यू बोला। गुमशुदा सुमित को पुलिस ने लालकिला, पुरानी दिल्ली से बरामद किया। सुमित लालकिले पर पानी, लेमन सोडा, नीबू पानी की ठेली लगाकर अपना गुजारा करता था।
गौरतलब हो कि छह अप्रैल 2014 को श्याम सिंह पुत्र रामावतार निवासी गुरू रोड गांधी ग्राम थाना पटेलनगर ने अपने भतीजे सुमित कुमार पुत्र रामसिंह, 14 वर्ष के गुम होने के सम्बन्ध में गुमशुदगी दर्ज करायी थी। पटेलनगर पुलिस ने गुमशुदा सुमित की बरामदगी के लिए सार्थक प्रयास किए लेकिन उसका पता नहीं चल पाया था। गुमशुदा बच्चे के परिजनों ने मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की। इसपर उन्होंने पटेलनगर पुलिस को गुमशुदा सुमित की बरामदगी के लिए निर्देशित किया। जब पुलिस ने गुमशुदा के परिजनों से पुन: पूछताछ की तो परिजनों ने बताया कि सुमित से मिलता-जुलता हूबहू एक फोटो मिला है। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सहायक पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में साईबर सैल थाना पटेलनगर पुलिस को निर्देशित किया।
पुलिस की सयुक्त टीम ने तकनीकी जानकारी के आधार पर फेसबुक अकाउण्ट व उसके लोकेशन को ट्रैक कर गुमशुदा सुमित की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त कर थाना पटेलनगर से उनि.विवेक भण्डारी को भेजकर गुमशुदा सुमित को लालकिला पुरानी दिल्ली से बरामद किया। गुमशुदा सुमित लालकिले पर पानी, लेमन सोडा, नीबू पानी की ठेली लगाने का कार्य कर रहा था। गुमशुदा सुमित को पुलिस द्वारा बरामद कर उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया। गुमशुदा सुमित के माता-पिता जो अपने बच्चे के मिलने की उम्मीद खो चुके थे आज लगभग साढ़े तीन वर्ष से अधिक समय से गुमशुदा अपने बच्चे को सकुशल मिले।

नववर्ष पर यात्रा के लिए ​महिलाओं को ​फ्री कार की सुविधा

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देहरादून। राजधानी में यातायात निदेशालय द्वारा नववर्ष की पूर्व संध्या पर एक अनोखी पहल की जा रही है। महिला सशक्तिकरण एवं उनकी सुरक्षा के लिए यह पहल राज्य में पहली बार प्रयोग किया जा रहा है।

देहरादून में नये साल के आगमन के उपलक्ष में यातायात निदेशालय द्वारा प्रत्येक चौराहों पर एक-एक कार और विक्रम की व्यवस्था की जा रही है। इन वाहनों का उपयोग महिलाएं निःशुल्क कर सकेंगी। जिसका संचालन यातायात पुलिस द्वारा किया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नये साल के आगमन के उपलक्ष में उन महिलाओं के लिए जिनके पास आने-जाने के लिए परिवहन सुविधा न हो यातायात निदेशालय द्वारा उनके लिए उक्त वाहनों को प्रयोग में लाया जाएगा। जो महिलाएं इन वाहनों का प्रयोग करना चाहती है, वे 100 नम्बर पर इसकी सूचना दे सकती हैं। ये सुविधा केवल अकेली महिला या महिलाओं के समूह के लिए ही है। ये सुविधा किसी पुरुष के लिए नहीं है। यह सुविधा निःशुल्क रहेगी।
नये साल के पूर्व संध्या पर दुर्घटना होने पर इन वाहनों का प्रयोग किया जाएगा। अगर कोई घायल होता है तो उसे दुर्घटना स्थल के आस-पास मौजूद सीपीयू कर्मचारियों द्वारा इन वाहनों की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचा कर उनके सम्बन्धितों को सूचित किया जाएगा। यदि किसी व्यक्ति द्वारा 100 नम्बर पर किसी स्थान पर अचेत व्यक्ति पड़े होने की सूचना दी जाती है तो उसे भी इन वाहनों की मदद से उनके घर तक छोड़ा जाएगा। सभी महिलाओं,युवतियों,नागरिकों से अपील व अपेक्षा है कि वे यातायात निदेशालय, उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा प्रदान की जा रही इस अभूतपूर्व सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

साल 2017: शिक्षकों के लिए रहा भारी

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देहरादून। कुछ खट्टी-मीठी यादों को संजोकर साल 2017 विदा ले रहा है। शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो इस पूरे साल ने जहां कुछ खूबसूरत पल दिऐ तो वहीं कुछ मामलों में कई निराशा भी दिखाई। स्कूली शिक्षा के लिए हुए सर्वे में जहां स्कूलों की खामियां उजागर हुई, वहीं उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी साल कई आंदोलनों से भरा रहा। नियुक्तियों के मामले में भी सालभर धरने प्रदर्शन और तमाम आंदोलन देखने को मिले।

 60 हजार शिक्षकों की सीबीआई जांच का फैसला
शिक्षा विभाग में लगातार फर्जी प्रमाण पत्रों के मार्फत नौकरी पाने वालों की शिकायत मिल रही थी, जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने करीब 60 हजार शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के इस फैसले से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। नई सरकार के बनने के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने आते ही एक के बाद एक कई अहम फैसले लिए हैं। उनके निर्णयों से शिक्षा विभाग की तस्वीर बदलेगी यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन उनके फैसलों से आलसी और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों में खलबली मची हुई है।

 प्रदेश के हजारों स्कूलों बंद करने का फैसला
उत्तराखंड के तीन हजार सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को बंद किए जाने के फैसले पर मुहर लग गई है। शिक्षा सचिव चंद्रशेखर भट्ट ने इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया। आदेश के मुताबिक बंद होने वाले स्कूलों का आस-पास के दूसरे सरकारी विद्यालयों में विलय किया जाएगा। बंद किए जाने वाले सभी स्कूल वो हैं जिनमें वर्तमान में छात्र संख्या दस या दस से कम है। प्रदेश में लगभग 2500 प्राइमरी और 500 से ज्यादा जूनियर स्कूल ऐसे हैं जिनमें दस से कम बच्चे पढ़ रहे हैं। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के मुताबिक शिक्षा की गुणवत्ता के लिए यह कदम उठाया जाना बेहद जरूरी था।
स्कूली शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड
शिक्षा विभाग में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया। विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के निर्देशों के बाद यह कदम उठाया गया। हालांकि फैसले पर शिक्षक संघों ने अपनी कड़े तेवर दिखाते हुए फैसले को न मानने का निर्णय लिया। विभागीय अधिकारियों और शिक्षक संगठनों के बीच इसे लेकर कई बार वार्ता भी हुई। लेकिन कोई हल नहीं निकला। शिक्षा मंत्री के खुद ड्रेस कोड के तहत पोशाक पहनने के बयान के बाद भी शिक्षकों ने निर्णय को ठेंगा दिखा दिया।

 डिग्री कॉलेजों में ड्रेस कोड
स्कूली शिक्षा से अलग उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शिक्ष मंत्री डा. धनसिंह रावत ने भी कई अहम फैसले लिए। इनमें एक ओर जहां कॉलेजों में तिरंगा लहराने का फैसला रहा, वहीं शिक्षकों की बायोमेट्रिक हाजिरी का फैसला भी चर्चाओं में रहा। डा. रावत ने कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला भी कई अहम फैसलों में से एक रहा। 

कई फैसलों पर बैकलुट पर आई सरकार
शिक्षा मंत्रियों के कई फैसले जहां स्कूली और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने का काम करने वाले थे, तो कई ने आंदोलनों को भी हवा दी। डिग्री कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव न कराए जाने के फैसले पर छात्रों की नाराजगी झेलने के बाद उच्च शिक्षा मंत्री बैकफुट पर आए। इसके अलावा सेमेस्टर प्रणाली खत्म करने के मामले में भी डा. रावत ने बैकफुट लिया। वहीं विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी अपने बयानों को लेकर काफी चर्चाओं में रहे। कई मामलों में तो शिक्षा मंत्री ने अपने बयान भी बदल दिए। 

कुलपतियों को लेकर चलता रहा विवाद
प्रदेश में उच्च शिक्षा की स्थिति बेहद खराब है। वजह, शिक्षण संस्थानों में आपसी विवाद और शासन स्तर पर दखल। यही कारण रहा कि साल भर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलपति जैसे पद पर भी विवाद चलता रहा। आयुर्वेद विवि में कुलपति पर कई आरोप लगे। इसके अलावा उत्तराखंड संस्कृत विवि के कुलपति के 11 वर्ष की आयु में 10वीं पास करने के मामले में प्रमाण पत्रों के विवाद ने काफी तूल पकड़ा। इसके बाद उत्तराखंड तकनीकि विश्वविद्यालय के कुलपति और संघटक कॉलेज वुमेन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी की निदेशक के बीच का विवाद भी काफी समय से चलता रहा। इसके अलावा विवि में लगातार अनियमितताएं, शिकायत और वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर करीब एक साल तक कुलपति प्रो. पीके गर्ग विवादों में बने रहे। जिसके बाद दो माह पहले विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पॉल ने उन्हें कार्य से विरत कर दिया। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहरलाल कौल को भी नियम विरुद्ध सीटें बढ़ाने सहित कई अनियमितताओं के आरोप में जांच के बाद विश्वविद्यालय के विजिटर व राष्ट्रपति ने उन्हें पद से हटा दिया। इसी प्रकार दून विवि में भी कुलपति प्रो. वीके जैन के सेवानिवृत्त होने के बाद कार्यवाहक कुलपति प्रो. कुसुम अरुणाचलम और शासन के बीच निरंतर टकराव जारी है। 

नियुक्तियां शुरू 
शिक्षकों की कमी झेली रही उच्च शिक्षा को इस साल एक बड़ी राहत मिली। शासन स्तर पर इस साल नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई। प्रक्रिया के तहत डिग्री कॉलेजों में प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति शुरू की जा चुकी है। बता दें कि राज्य में इस वक्त तकरीबन पांच हजार शिक्षकों के पद खाली हैं। सरकार के इस कदम से शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार देखने को मिलेगा।

दीक्षांत की ड्रेस बदली
डिग्री कॉलेज में दीक्षांत समारोहों में भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिले। इसके लिए भाजपा सरकार ने समारोहों का अलग ड्रेस कोड निर्धारित किया। डा. रावत ने संस्थानों को ऐसी ड्रेस तैयार करने को कहा जिसमें पहाड़ की संस्कृति की झलक दिखाई दे। इसके अलावा देश सेवा में वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों को सम्मान देने और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनाने के लिए शिक्षण संस्थानों में शौर्य दीवार बनाए जाने का फैसला भी अहम रहा। इसके अलावा गई अन्य फैसले भी लिए गए जो न सिर्फ चर्चाओं में रहे बल्कि काफी प्रशंसनीय भी थे। साल 2017 भले ही इन फैसलों के साथ खत्म होगा, लेकिन इन फैसलों का असर आने वाले साल 2018 में देखने को मिलेगा।