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सीबीआई ने 800 करोड़ की हेराफेरी मामले में रोटोमैक कंपनी के ठिकाने पर मारा छापा

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नई दिल्ली। सीबीआई ने रोटोमैक कलम बनाने वाली कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी के ठिकाने पर सोमवार को छापेमारी की है। इससे पहले एजेंसी ने कंपनी व कोठारी के खिलाफ इस मामले में बैंक अॉफ बड़ौदा की शिकायत पर मुकदमा भी दर्ज किया है।

आज सुबह कानपुर स्थित कोठारी के आवासीय परिसर पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की। हालांकि इस बीच कोठारी ने विदेश जाने की बात से इनकार किया है। उल्लेखनीय है कि कानपुर के व्यवसायी कोठारी ने इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक अॉफ इंडिया व बैंक अॉफ इंडिया समेत अन्य कई बैंकों से 800 करोड़ का कर्ज लिया था। कोठारी ने कहा है कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं और मैं अब भी इसी शहर में उपलब्ध हूं।
जानकारी के मुताबिक कोठारी ने मुंबई स्थित यूनियन बैंक अॉफ इंडिया से 485 करोड़ व कोलकाता स्थित इलाहाबाद बैंक से 352 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। एक साल बाद भी कोठारी ने बैंक का कर्ज व ब्याज वापस नहीं किया है। इसके चलते 2017 में बैंको के कंसोर्टियम बैंक अॉफ बड़ौदा ने कोठारी की स्वामित्व वाली कंपनी रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड को विलफुल डिफाल्टर घोषित कर दिया था लेकिन कंपनी ने इस आदेश के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर दी थी। 

धरने पर टांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय का परिवार, पत्नी ​की हालत बिगड़ी

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हल्द्वानी। सरकार से आर्थिक मदद नहीं मिलने पर ट्रांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय की पत्नी सहित पूरा परिवार सोमवार को चौथे दिन भी धरने पर बैठा रहा। इस दौरान पाण्डेय की पत्नी की अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने से वह बेहोश हो गई लेकिन धरने पर बैठे परिजनों को कहना है कि है कि जब तक सरकार अपना वायदा पूरा नहीं कर लेती वह धरने से नहीं उठेंगे।

सोमवार को बुद्ध पार्क में धरने पर बैठीं टांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय की पत्नी कमला की तबियत अचानक बिगड़ गई। इस दौरान वह धरना स्थल पर ही बेहोश हो गईं। घटना की सूचना प्रशासन के अधिकारियों को दी गई। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की भी इसकी जानकारी दी गई। कमला पांडे की तबियत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद डॉक्टरों की टीम भी धरना स्थल पर पहुंची, जिसके बाद डॉक्टरों ने कमला का चेकअप किया। इस दौरान डॉक्टरों से कमला को अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी। जिसपर कमला ने अस्पातल में भर्ती होने से साफ मना कर दिया।
धरना पर बैठे परिजनों का कहना है कि 12 लाख मुआवजा और पत्नी कमला को नौकरी देने का सरकार का वादा जबतक सरकार परिवार से किया गया वादा पूरा नहीं होता वह धरने से नहीं हटेंगी। इस दौरान प्रकाश पांडे की मां ने इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि बेटे की मौत के बाद परिवार पड़ोसियों की मदद के सहारे जी रहा है। अब वह ऐसे हालत में नहीं जीना चाहती हैं। 

EXCLUSIVE: आईआईटी रुड़की के छात्रों का ये वीडियो हो रहा है वायरल, जानिये क्यों

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2017 में आईआईटी रुड़की के छात्रों ने एक डांस वीडियो बनाया था जो देखते ही देखते यूट्यूब सेंसेशन बन गया था।इस वीडियो में एड शरीन के मशहूर गाना शेप ऑफ यू पर आईआईटी रुड़की के छात्र थिरकते दिखे थे। ठीक उसी तरह एक बार फिर यहां के स्टूडेंट्स ने मिलकर एक नया वीडियो बीते बुधवार यानि 14 फरवरी वेलेंनटाईन डे को रिलीज किया। आईआईटी रुड़की के छात्रों द्वारा बनाया गया Gone Gone Gone वीडियो हॉलीवुड सिंगर फिलिप फिलिप्स का मशहूर गाना है। पहले से ही लोकप्रिय गाना लोगों के दिल में तब और उतर गया जब इस गाने को आईआईटी रुड़की के छात्रों ने अपने स्टाईल में लोगो के सामने पेश किया।

gone gone gone

हर किसी को लगता है कि किसी भी आईआईटी में एडमिशन लेना इंजनियरिंग के बच्चों के लिए बहुत मुश्किल काम है और ऐसा सोचना गलत भी नहीं है, लेकिन एक बार जब कोई आईआईटी में एडमिशन ले लेता है तो उसकी जिंदगी बदल सी जाती है। हर कोई हॉस्टल में होने वाले कारनामों से परिचित है और यह हॉस्टल लोगों के बीच केवल पढ़ाई ही नहीं हर तरह के काम के लिए मशहूर है। बढ़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी करने वाले यह आईआईटीयन्स हर तरह की कलाओं में आगे है चाहे वह क्लास बंक करके फिल्में देखना हो या किसी भी तरह की बदमाशी हो।

Cinematic Section IIT/Roorkee

आईआईटी सिनेमेटिक सेक्शन के ज्वाइंट सेक्रेटरी यश त्रिवेदी से न्यूजपोस्ट की हुई बातचीत में उन्होने बताया कि “इस वीडियो को बनाने में हमे लगभग एक महीने का समय लगा। उन्होंने बताया कि इस वीडियो के प्री और पोस्ट प्रोडक्शन में आईआईटी कैंपस के स्टूडेंट्स ने मदद की है। इस विडियो को पूरा तैयार करने मे सिनेमेटिक सेक्शन, कोरियोग्राफी और डांस सेक्शन का बहुत बड़ा हाथ है।”

गौरतलब है कि इस वीडियो को यूट्यूब पर लॉंच करते ही इसपर लोगो ने रिस्पांस करना शुरु कर दिया। देश के कोने से कोने से आईआईटी के इस डांस वीडियो पर लोगो के मैसेज आना शुरु हो गए थे। यश ने बताया कि दूसरे आईआईटी कॉलेजों से भी उन्हें इस डांस विडियो पर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।

यश ने बताया कि “केवल तीन दिनों मे यूट्यूब चैनल पर इस विडियो पर लगभग एक लाख से ज्यादा व्यू आ गए हैं और हम आशा करते हैं कि लोगों का प्यार इसी तरह बना रहेगा और पिछले विडियो शेप ऑफ यू की तरह यह भी एक सेंसेशन बन कर उभरेगा।”

इस वीडियो की शूटिंग में ज्यादातर लोकेशन आईआईटी रुड़की कैंपस के अंदर हुई है और कुछ लोकेशन कॉलेज के बाहर के भी हैं। जैसा कि शेप ऑफ यू गाने में ज्यादातर शॉट बाहर के थे इस वीडियो की शूटिंग ज्यादातर कॉलेज कैंपस में हुई है। इस वीडियो Gone Gone Gone में आईआईटी रुड़की 2nd ईयर के छात्र आदित्य कुमावत और छात्रा प्रज्ञा सिंह थिरकते नज़र आ रहे हैं। इस विडियों में आपको आदित्य और प्रज्ञा सालसा डांस फॉर्म के मूव्स करते नज़र आऐंगे।

यश ने बताया कि “इस गाने को चुनने का मुख्य कारण था कि हम इस गाने के जरिए कॉलेज में  होने वाले प्यार की शुरुआत को दिखाना चाहते थे। इसमे हमने ये दिखाने की कोशिश की है कि हो सकता है दो प्यार करने वालों का प्यार सच्चा हो लेकिन उनकी मंज़िल कुछ और हो। इसमें हमने कॉलेज के पहले प्यार की मिठास को दिखाने की कोशिश की है। साथ ही इस गाने का म्यूजिक बहुत ही अलग है जिसमें डांस करना आसान था।”

ये छात्र आगे भी अपने नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिसके बारे में फिलहाल वो सस्पेंस बरकरार रखना चाहते हैं।

मिसाल: इस युवा की कोशिश ने किया उत्तराखंड के सैंकड़ों घरों को रौशन

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उत्तराखंड में टैलेंट की किसी तरह की कमी नही है। जहां चाह वहां राह की मिसाल बन गये है ऋषिकेश के सागर रावत। 26 साल के सागर ऋषिकेश के रहने वाले हैं और उन्होंने ग्राफिक एरा यूनिर्वसिटी से बी.टेक किया है। सागर ने कम उम्र में ही अपनी एल.ई.डी लाईट बनाने की कपंनी खोलने पर काम करना शुरु कर दिया था। सागर ने ल्यूमेनसन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से अपने काम की शुरुआत की और आगे बढ़ते गए। ल्यूमेनसन प्राइवट लिमिटेड में सागर अलग-अलग तरह के एल.ई.डी लाईट्स बनाते हैं। गौरतलब है कि शायद ल्यूमेनसन राज्य की पहली ऐसी कंपनी होगी जिसे इतनी कम उम्र का युवा अपने बल-बूते पर चला रहा है।

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सागर से बातचीत मे उन्होंने बताया कि “मार्च 2017 से शुरु हुई हमारी कंपनी एल.ई.डी के मार्केट मे अच्छा काम कर रही है। एक डेढ़ लाख की लागत से शुरु हुई कंपनी का टर्नओवर 70 लाख से भी ज्यादा है। बाजार के विश्वसनीय और भरोसेमंद विक्रेताओं से खरीदे जाने वाले रॉ मैटेरियल को हम उत्पादन प्रक्रिया में इस्तेमाल करते है। एडवांस टेक्नोलॉजी के आधार पर बनाए हमारे प्रोडक्ट की कम बिजली खपत के लिए इसकी सराहना की जाती है। हमारे प्रोडक्ट बहुत गर्मी के मौसम में भी टिकाऊ है, विश्वसनीय सेवा, लंबे समय तक इस्तेमाल में आने वाले और बहुत कम रखरखाव में भी बेहतर सुविधा देने वाले हैं।” सागर ने बताया कि हमारे पास करने वाले ज्यादातर लोग स्कील इंडिया से लिए गए है और साथ ही कुछ ऐसे लोग भी जिनको रोज़गार की जरुरत थी।

अपने काम में जी जान लगाने वाले सागर ने इससे पहले अपने साथी के साथ मिलकर बीटेक के दौरान एक ऐसे रोबोट का आविष्कार किया था जो आपदा से बचाने मे मददगार साबित हो सकता है। इस उपलब्धि के लिए सागर और उनके साथी को आईआईटी रुड़की में दूसरा स्थान भी मिला था। साथ ही सागर ने देहरादून के ग्राफिक एरा यूनिर्वसिटी को रोबोटिक कंपटीशन में आईआईटी मुंबई में छठे स्थान पर लाने का सौभाग्य भी प्राप्त किया था। अपनी पढ़ाई के दौरान ही सागर ने विकसित की गई टेक्नॉलजी के पैटेंट करा लिए थे और आज वह इसपर पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं।आपको बतादें बहुत ही कम उम्र में सागर के कुछ अंर्तराष्ट्रीय स्तर के रीसर्च पेपर भी पब्लिश हो चुके हैं।

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अपनी कंपनी के बारे मे बात करते हुए सागर बताते है कि “कंपनी शुरु करने के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि युवाओं के आइडिया को प्लेटफॉर्म देना जिसपर असल मे हम अभी काम कर रहे हैं”। उन्होने कहा कि ऐसे ही भारत को य़ुवाओ का देश नहीं कहा जाता सच मे देश के य़ुवाओं के पास मिलियन डॉलर के आइडिया हैं जरुरत है तो उसे सही जगह पर लागू करने की। सागर मानते हैं कि किसी भी पढ़ाई का प्रेक्टिकल एप्लिकेशन होना जरुरी है और मै अब वही कर रहा हूं जो हमेशा से पढ़ा और सोचा।

इस समय ल्यूमेनसन उत्तराखंड के दूर-दराज गांवों में अपने बनाए हुए एल.ई.डी प्रोडक्ट डिलिवर कर रहा है इसके अलावा बहुत से एनजीओ, स्कूल और ग्राउंड मे इनकी कंपनी द्वारा बनाए गए एल.ई.डी प्रोडक्ट इस्तेमाल किए जा रहे  हैं जिससे ना केवल शहरों मे बल्कि गांव मे भी रोशनी जा रही है। ल्यूमेनसन के सोलर उपकरण उन जगहों पर भी पहुंचाए जाते है जहां कम बिजली है। इसके अलावा एल.ई.डी के इस्तेमाल से बिजली की खपत तो कम होती है साथ ही पैसो की भी बचत होती है।

सागर आगे चलकर कंपनी को एक बड़े स्तर पर विकासित करना चाहते हैं जिससे और ज्यादा से ज्यादा लोगो को रोजगार दिया जा के। ल्यूमेनसन के पास एल.ई.डी से संबंधित लगभग सारे प्रोडक्ट है चाहे वह एल.ई.डी लाइट्स, एल.ई.डी बल्ब,सोलर होम लाइट सिस्टम,स्ट्रीट लाइट,एल.ई.डी ट्यूब लाइट फिक्सचर,सोलर पावर प्लांट आदि हो।

न्यूज़पोस्ट सागर रावत को आने वाले समय के लिए ढ़ेर सारी शुभकामनाएं देता है।

ओलंपिक 2020 में उत्तराखंड राज्य भी लाऐगा मेडलः उत्पल कुमार

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(देहरादून) 13 फरवरी से 18 फरवरी तक चलने वाले “ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन चैंपियनशिप 2018” रविवार को देहरादून में खत्म हुई। समारोह में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने राज्य द्वारा परेड ग्राण्ड बैडमिन्टन बहुउद्देशीय क्रीडा हाल में किया गया।

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अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक अपराध/कानून व्यवस्था अध्यक्ष उत्तराखण्ड बैडमिंटन एशोसियन के अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि इस बैडमिंटन महासग्रांम में देश के सभी राज्यों से लगभग 1500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इनमे राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय खिलाडियों द्वारा अपना जलवा दिखाया गया। यह प्रतियोगिता परेड ग्राउण्ड, महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज व जे.पी एकडेमी में खेली गई। यह बैडमिंटन प्रतियोगिता दूसरी बार उत्तराखण्ड राज्य द्वारा आयोजित की जा रही है। इससे पहले यह प्रतियोगिता 2007 में आयोजित करायी गयी थी।

मैच के परिणाम कुछ इस तरह रहेंः

  • महिला एकल वर्ग में गोवा की अनुरा प्रभुदेसाई ने खिताब जीता।
  • फाइनल मैच में अनुरा ने रेलवे की कनिका कनवाल को 21-10, 21-17 से पराजित किया।
  • पुरुष एकल वर्ग में एयर इंडिया के मिथुन एम ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रोहित यादव को 21-12, 21-11 से पराजित कर खिताब अपने नाम किया।
  • महिला युगल वर्ग में उत्तराखंड के लिए खिलाड़ी कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की जोड़ी अर्पणा बालन व श्रुति केपी के खिलाफ फाइनल मैच में उतरी।
  • अर्पणा व श्रुति की जोड़ी ने यह मैच कड़े संघर्ष में 21-18, 21-15 से जीत लिया।
  • मिक्स डबल्स में कुहू गर्ग व गौउस सालिक की जोड़ी का खिताबी मुकाबला आरबीआई के शिवम शर्मा व पूर्वविशा एस राम के साथ हुआ। मैच के दौरान शिवम के चोटिल होने के कारण उनकी जोड़ी एक सेट खेलने के बाद कोर्ट से हट गई, इस पर निर्णायकों ने कुहू व गौउस की जोड़ी को विजेता घोषित कर दिया।
  • पुरुष डबल्स फाइनल में अरुण जॉर्ज व सान्याम शुक्ला की जोड़ी को वॉकओवर मिला।

मुख्य अतिथि उत्पल कुमार ने कहा कि “उत्तराखण्ड द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर बैडमिटन का आयोजन दूसरी बार कराने का मौका मिलना खेल के लिये अच्छी बात है। उत्तराखण्ड के शटलर भी पूरे दमखम के साथ मैडल हासिल करने में सफल रहे है। मुझे पूरी उम्मीद है,कि ओलंपिक 2020 में उत्तराण्ड राज्य भी मेडल लाने में सफल होगा।”

इस दौरान संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, अंलकनन्दा अशोक, पुनीता नागलिया, बीएस मनकोटी, लोकेश ओहरी, एसए रावल, दिनेश शर्मा, मनीषा नेगी, राकेश डोभाल, दीपक नेगी, दीपक रावत, मौजूद रहै।

भगवा रंग में दिखेगी हरी की नगरी

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हरिद्वार। अब तीर्थनगरी हरिद्वार भी जल्द भगवा रंग में नजर आएगी। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में इस बात की घोषणा की थी कि गंगा किनारे स्थित तमाम भवनों को भगवा रंग में रंगा जाएगा। जिसको लेकर अब हरिद्वार में कवायद भी शुरू हो चुकी है। वहीं बाहर से आने वाले पर्यटकों का कहना है कि इसे राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

वर्ष 2021 में हरिद्वार में महाकुंभ है। जिसको लेकर सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। इसी क्रम में इस बार हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को हरिद्वार भगवा रंग में नजर आएगा।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि गंगा किनारे के तमाम घाटों पर स्थित भवनों को भगवा रंग में रंगा जाएगा। उनका कहना है कि इस समय तो पूरा देश ही भगवा रंग में रंगा हुआ है। भगवा रंग देश की संस्कृति है तो इसमें किसी को क्या दिक्कत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी एक बार इसी तरह की पहल की गई थी जिसे काफी सराहा गया था। मेयर मनोज गर्ग का कहना है कि देश में ऐसे बहुत से शहर है जिन्हें एक रंग देकर एकरूपता लाई गई है। इसी तरह हरिद्वार में भी भवनों को भगवा रंग देखकर एकरूपता लाने की तैयारी शुरू की जा रही है।
सरकार की इस पहल की युवा तीर्थ पुरोहितों ने भी प्रशंसा की है।
युवा तीर्थ पुरोहितों के अध्यक्ष उज्जवल पंडित का कहना है कि भगवा रंग अध्यात्म का सूचक है। सूर्य का रंग भी भगवा है। यदि हरिद्वार भगवा रंग में नजर आती है तो इससे सौभाग्य की बात और कुछ नहीं हो सकती।
उनका कहना है कि इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं के मन में तामसिक विचार समाप्त होकर अध्यात्म के विचार आएंगे। हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि भगवा रंग राजनीतिक है। लेकिन हर की पैड़ी को लेकर इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। इससे हर की पैड़ी की सुंदरता और बढ़ेगी।

दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा को किया गया याद

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देहरादून। दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा की पहली पुण्य तिथि को महिला शक्ति सम्मान दिवस के रुप में मनाया गया। इस मौके पर वक्ताअों ने मनोरमा के योगदान को याद करते हुए कहा कि कभी भूलाया नहीं जा सकता। इस दौरान प्रदेश की विभिन्न विभूतियों को सम्मानित किया गया। रविवार को रुलक कार्यालय, राजपुर रोड़ में अश्रपूर्ण एंव गमगीन वातावरण में डोबरियाल शर्मा की पहली पुण्य मनाई गई।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने अपने 40 वर्ष के राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए लम्बा संघर्ष किया है। उन्होंने मनोरमा के जीवन व कांग्रेस से जुड़े कई संघर्ष को याद करते हुए कहा कि देहरादन की प्रथम मेयर के रूप में विश्व में उत्तराखण्ड़ का नाम रौशन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी सरकार के दौरान महिलाओं के लिए गौरा धन, कन्या धन व महिलाओं के लिए शुरू की पेंशन योजनाओं सहित अपने मड़ूवा व अन्य कई पहलों को विस्तार का जिक्र करना नही भूले। वहीं कहा कि महिलाओं को कांग्रेस से जोड़ने में उनका योगदान भूलाया नही जा सकता और कहा आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा उनकी संघर्ष की विरासत को आगे लेकर चल रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि मनोरमा जी से उनका लम्बा संघर्ष का नाता रहा है। उन्होंने मनोरमा से जुड़े हुए कई पहलूओं पर उनको स्मरण करते हुए उनके परिवार से अपने रिश्ते को उजागर करते हुए कहा कि कांग्रेस के लिए किए उनके कार्य को हमेशा याद किया जाएगा।
मुख्य वक्ताओं में पदमश्री अवधेश कौशल, डॉ महेश भण्डारी, डॉ दिनेश डोडियाल, अपना परिवार के पुरुषोत्तम भटट्, राजेन्द्र धवन, प्रयास संस्था के डॉ सुशील कुमार सिंह ने भी उनके राजनीतिक व संघर्षमयी जीवन के स्मरण सुनाए। समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाली सम्मानित किये जाने वालों में गिनीज बुक में पेंटिग के क्षेत्र में नाम अकिंत करने वाली सुरभी गप्ता, स्टार्टअप के क्षेत्र में वेस्ट मैनेजमेन्ट कूड़ा से नवाचार कर उपयोगी वस्तु बनाने में अशलीन, कारगील शहीद नीरज थापा के पिता मनोहर थापा, समाजसेवा में खादिमुल इस्लाम की जिला अध्यक्ष अन्जुमन इमराना, मंजू थापा, मुस्कान सैफी प्रदेश संयोजक, पेनूली हेड़ सीमेट के क्षेत्र में नाम अकिंत करने वाली आशा रानी, आर्युवेद के क्षेत्र में वैद्वय शिखा बालेन्दु प्रकाश, चिकित्सा के क्षेत्र में ड़ा. निखत अली, हीरो मोटर कार्पर के अमर पाल, समाजसेवी साधना शर्मा, पुरुषोंत्तम भटट अपना परिवार, जी.एल. सड़ाना, हाफिज अकरम कुरेशी, गुलिस्ता खान, फारुख राव को सम्मानित किया गया।

पुलिस लाइन में शराब पीने के मामले में 5 पुलिस कर्मी निलंबित

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देहरादून। पुलिस लाइन में शराब पीने का वीडियो वायरल मामले में जांच के बाद पांच पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने रविवार को पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिसकर्मी देहरादून पुलिस लाइन में आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए थे। इस मामले को संज्ञान लेते हुए डीजीपी अनिल रतूड़ी ने जांच के आदेश दिए थे। जांच के बाद पांच पुलिसकर्मी में हेड कांस्टेबल योगेंद्र कुमार, कांस्टेबल विवेक कुमार, कांस्टेबल दीपक, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार, कांस्टेबल नितिन चौधरी को निलंबित कर दिया गया है।

बौद्ध भिक्षुणियों ने परमार्थ निकेतन से ली विदाई

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ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में विगत दो माह से रह रहीं लद्दाख की बौद्ध धर्म की अनुयायी युवा भिक्षुणियों एवं लामा ने रविवार को यहां से जाने की अनुमति ली।इससे पहले स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज एवं साध्वी भगवती सरस्वती के सान्निध्य में मां गंगा की दिव्य आरती में सहभाग किया।
युवा बौद्ध भिक्षुणियों ने अश्रूपूरित नेत्रों के साथ परमार्थ से विदाई ली। इन बौद्ध भिक्षुणियों ने विश्व में शान्ति की प्रतिष्ठा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। उन्होंने दो माह तक परमार्थ निकेतन में गीता, भारतीय आध्यात्म एवं जीवन मूल्यों के विषय में मार्गदर्शन प्राप्त किया। साथ ही उन्होंने परमार्थ निकेतन द्वारा संचालित विश्व शौचालय काॅलेज में जल संरक्षण एवं प्रबंधन, कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छता का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। यह दल अब लद्दाख जाकर स्थानीय लोगों, लामा और अन्य बौद्धों को भी प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें परमार्थ में रहने का अवसर प्राप्त हुआ यह हमारे लिए प्रसन्नता का विषय है। यहां पर हमें स्वर्ग सी अनुभूति हुई। यहां पर बिताया समय और प्राप्त हुआ आनंद अविस्मरणीय है।
स्वामी चिदान्द ने जानकारी दी कि लद्दाख और परमार्थ निकेतन स्वच्छता, शिक्षा, योग, ध्यान एवं शान्ति के लिये मिलकर कार्य करेंगे। बौद्ध और सनातन संस्कृतियों के मिलन से और दो संस्कृतियों के आदान-प्रदान से युवा पीढ़ी में सहयोग, प्रेम, शान्ति एवं समरसता के गुणों का भी उद्भव होगा। अप्रैल में स्वामी जी महाराज और गंगा एक्शन परिवार, परमार्थ निकेतन की टीम लद्दाख जाकर हजारों की संख्या में फलदार पौधे यथा सेव, खुबानी, सीबकथोर्न एवं अन्य फलदार पौधों का रोपण करेंगे।
स्वामी ने कहा कि कोई हिमालय की चोटी पर निवास करता हो या विश्व के किसी भी कोने में, सच तो यही है कि प्रेम, सद्भावना और सद्भाव का प्रवाह सब के दिलों में बहता है। इसीलिए ऋषियों ने कहा है- वसुधैव कुटुम्बकम; अर्थात विश्व एक परिवार है। अपने विदेश प्रवास से लौटी साध्वी भगवती सरस्वती के साथ सत्संग का लाभ भी बौद्ध भिक्षुणियों ने लिया। साध्वी जी को अपने बीच पाकर विश्व के अनेक देशों से आये सैलानियों में अपनी जिज्ञासा के समाधान हेतु अत्यधिक उत्सुकता दिखायी दी।
बौद्ध भिक्षुणियों और लामा ने विदाई के अवसर पर स्वामी जी महाराज एवं साध्वी जी के सान्निध्य में मां गंगा तट पर वृक्षारोपण, जल संरक्षण एवं कचरा प्रबंधन का संकल्प लिया। सोनम तुमदोन के मार्गदर्शन में परमार्थ निकेतन आईं बौद्ध भिक्षुणियों में थिनले एंजो, सुशीला, सुचरिता, उपेक्षा, संघमित्रा, सुमंगला, सु पद्मा, गोतमी, पवित्रा, सु धम्मा, चन्दाश्री, सुकम्मा शामिल थीं। उन्होंने विश्व स्तर पर स्वच्छ जल की आपूर्ति होती रहे इस भावना से स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती जी एवं सुश्री नन्दिनी त्रिपाठी जी के साथ विश्व ग्लोब (वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी) का जलाभिषेक किया।

डोईवाला क्षेत्र में गड्ढे में गिरी कार, चालक की मौत

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देहरादून। थाना डोईवाला क्षेत्र में रविवार तड़के जैन गौशाला कुआंवाला के सामने एक कार अनियंत्रित होकर निर्माणाधीन पुल के नीचे गड्ढे में जा गिरी। हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर चौकी हर्रावाला और कोतवाली डोईवाला की संयुक्त टीम ने सरकारी क्रेन और इस्पात निगम कुआंवाला की क्रेन की मदद से कार (यूके 07 टीए 8192)को बाहर निकाला। ड्राइवर की शिनाख्त 139 गुरुद्वारा रोड प्रेमनगर थाना डोईवाला निवासी प्रदीप कुमार (33) पुत्र जोगराज के रूप में हुई है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन हॉस्पिटल देहरादून भेजा गया है।