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पेयजल निगम का अधिशासी अभियंता निलंबित

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देहरादून। शासन ने देहरादून नगर के अन्तर्गत मोथरावाला में एसटीपी निर्माण में आबद्ध ठेकेदार को भुगतान के लिए इमरान अहमद, अधिशासी अभियन्ता, दून शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम, देहरादून को नौ लाख रुपये रिश्वत दिए जाने के स्टिंग वाले समाचार एवं पेयजल मंत्री के आवास के ओवरहैड टैंक में पांच छेद शीर्षक वाले समाचार के दृष्टिगत प्रथम दृष्ट्या दोषी इमरान अहमद को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है।

शासन की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि इन दोनो प्रकरणों में इमरान अहमद अधिशासी अभियन्ता दून शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम देहरादून, भ्रष्टाचार का दुराचरण करने एवं कार्य सम्पादन में शिथिलता बरतने के दोषी प्रतीत होते हैं, जिसकी विस्तृत जांच में पुष्टि होने की दशा में उन्हें दीर्घ दण्ड दिए जाने की पूर्ण संभावना है। निलम्बन अवधि में इमरान अहमद, अधिशासी अभियन्ता को मुख्य अभियन्ता (गढ़वाल), उत्तराखण्ड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम, पौड़ी गढ़वाल के कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। 

ओमान में हार्ट अटैक से मरे टिहरी के युवक के शव के लिए भटक रहे परिजन

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ऋषिकेश। घर से रोजगार की तलाश में ओमान गए टिहरी जिले के घनसाली के दूरस्थ गांव जाखण निवासी युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उसका शव को लेने के लिए तीन दिन से ऋषिकेश में परिजन भटक रहे हैं।
प्राप्त समाचार के अनुसार टिहरी जिले के रहने वाले 35 वर्षीय सुंदर सिंह ओमान के मस्कट शहर में एक कम्पनी में नौकरी करने गए थे। उसकी मौत 5 मार्च को रात 11:00 बजे दिल का दौरा पड़ने से हो गई थी। मौत के 80 घण्टों बाद भी परिजन शव को पाने के लिए ऋषिकेश मे भटक रहे है, मृतक सुन्दर सिंह टिहरी जिले के घनसाली के दूरस्त गांव जखाणा के रहने वाले हैं। कम्पनी ने परिजनों को सुन्दर सिंह की हार्ट अटैक से मौत की सूचना दी थी और 7 मार्च तक शव का पीएम करवाने के बाद दिल्ली एयरर्पोट में भेजने का वादा किया था। इसके बाद सुन्दर सिंह के परिजन 20 ग्रामीणों के साथ गांव से दिल्ली के लिए रवाना हो गए ताकि शव मिलने के बाद हरिद्वार में शव का अन्तिम संस्कार किया जा सके। ग्रामीण अपने गांव से ऋषिकेश पहुचे हैं। मृतक सुंदर सिंह के भाई भगवान सिंह राणा ने बताया कि जिस कंपनी में उनका भाई काम करता था। कम्पनी ने दूरभाष पर आठ तारीख को शव भेजने की बात कही थी, लेकिन अब कम्पनी ने फिलहाल कुछ दिनों तक शव को भेजने में असमर्थता जताई है, मृतक सुन्दर सिंह के परिजनों सहित करीब 20 ग्रामीण अपने गांव से 250 किमी दूर ऋषिकेश में ही दर-दर भटकने को मजबूर है, वही सुन्दर सिंह की मां-बाप, पत्नी और बच्चों का गांव में रो-रो कर बुरा हाल हैय़ अब थक हार कर अब ग्रामीणों ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है।

अब बाबा के ज़िम्मे है इस सरकारी गार्डन का उद्धार

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ऋषिकेश- उत्तराखंड के भविष्य के लिए जड़ी बूटी आर्थिक तस्वीर में बदलाव का अहम हिस्सा बन सकती है जिस से आने वाले समय में एक बड़ा रोजगार और बाज़ार उत्तराखंड के लिए तैयार हो रहा है ऋषिकेश के सुशीला तिवारी हर्बल गार्डन  में कई तरह के जड़ी बूटी वाले पोधो की नर्सरी लगा कर इन्हें संरक्षित किया जा रहा है और वन विभाग इसकी देखरेख कर रहा है लेकिन बीते कई सालों से हर्बल गार्डन की उपेक्षा के चलते यहां रोकी गई बेशकीमती जड़ी बूटियां नष्ट हो गई और देखरेख के अभाव में यह हर्बल गार्डन उजाड़ सा होता चला गया एक बार फिर इस हर्बल गार्डन को दोबारा नए रूप रंग में स्थापित करने के लिए सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और इसमें सहयोग मिला है बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के पतंजलि आयुर्वेद का, वन मंत्री हरक सिंह रावत और आचार्य बालकृष्ण ने हर्बल गार्डन पहुंचकर यहां की जड़ी बूटियों का जायजा लिया डॉ हरक सिंह रावत ने बताया कि इस हर्बल गार्डन को एक बार फिर स्थापित करने के लिए पतंजलि से सहयोग लिया जा रहा है जो यहां जीवनदायिनी जड़ी बूटियों को उग आएगा और इसकी मार्केटिंग में भी सहयोग जिससे आने वाले दिनों में उत्तराखंड में जड़ी बूटियों का एक बेहतर बाजार स्थापित हो सकेगा

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वही पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि बाबा रामदेव और मुख्यमंत्री उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच वार्ता हुई है और पतंजलि चाहता है कि यह हर्बल गार्डन पूर्ण रूप से विकसित किया जाए जिसके लिए आपसी सहमति हमारी बन चुकी है और जल्द ही यहां पर हर्बल टिश्यू लैब को बना कर यहां हिमालय की जड़ी बूटियों को उगाए जाएगा जिससे आयुर्वेद में इन जड़ी बूटियों का प्रयोग करके एक नई दिशा में काम शुरू किया जाएगा वन मंत्री हरक सिंह रावत के अनुसार पतंजलि योगपीठ हर्बल के क्षेत्र में अनुसंधान से लेकर उत्पादन तक सभी कार्य कर उन्हें व्यापार से जुड़ने का प्रयास कर रहा है लिहाजा सरकार ने निर्णय लिया है कि वह पतंजलि योगपीठ को हर्बल गार्डन के प्रबंधन की जिम्मेदारी देगी जबकि निगरानी वन विभाग के पास रहेगी पतंजलि योगपीठ गार्डन में जड़ी बूटियों के बीज तैयार करेगा जो किसानों को भेजे जाएंगे और इस पैदावार को पतंजलि योगपीठ ही खरीदेगा जिससे काश्तकारों की आमदनी में इजाफा होगा और आयुर्वेद के शोधार्थियों को भी हर्बल गार्डन के तौर पर एक उपयुक्त स्थान मिलेगा

क्यों पहुंचा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राज्य निर्वाचन आयोग

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राज्यभर में मतदाता सूचियों में हुई भारी गड़बडी के विरोध में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट के नेतृत्व में कांग्रेसजनों के प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य निर्वाचन आयोग से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त को दिए ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने कहा है कि प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए नगर निगम क्षेत्र देहरादून सहित राज्य के सभी नगर निकाय क्षेत्रों में राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश पर एक समयबद्ध कार्यक्रम के तहत मतदाता सूचियों को तैयार करने के बाद इन सूचियों का प्रकाशन किया गया है। आम आदमी के निरीक्षण के लिए अधिकांश निकाय क्षेत्रों में मतदाता सूचियों का प्रदर्शन सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। जिस कारण यह पता करना संभव नहीं हो पा रहा है कि मतदाता सूची में कितने नाम सही हैं, कितने नाम गलत हैं या कितने लोगों के नाम दर्ज होने से छूट गये हैं। प्रदेशभर से प्राप्त जानकारी के अनुसार कई निकाय क्षेत्रों में ऐसे बहुत सारे मतदाताओं जो वहां पर लम्बे समय से निवास कर रहे हैं या नये मतदाता के रूप में जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज किया जाना है, के नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से छूट गये हैं।
कांग्रेसजनों ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयेाग की जिम्मेदारी है कि निकाय क्षेत्र में निवासरत प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो ताकि वे मतदान मे भागीदार हो सकें, इसके लिए आयोग के स्तर पर सदैव पारदर्शी प्रयास भी किये जाते रहे हैं। यदि उत्तराखण्ड राज्य के नगर निकाय चुनाव से पूर्व मतदाता सूचियों में पात्र मतदाताओं के नाम शामिल नहीं होते हैं तो वे अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित रह जायेंगे इसलिए मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन से पहले मतदाता सूचियों में सभी मतदाताओं के नाम शामिल किया जाना न्याय के हित में होगा।
कांग्रेस पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि राज्य के 42 निकाय क्षेत्रों के सीमा विस्तार को देखते हुए तथा सभी मतदाताओं को मतदान का अधिकार मिले इस हेतु उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने तथा आपत्तियों की सही तरीके से सुनवाई के लिए मतदाता सूची के पुनर्गठन हेतु एक माह का समय बढ़ाया जाय।
ज्ञापन देने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, सूर्यकान्त धस्माना, मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पीसीसी सदस्य राजेश चमोली, प्रदेश सचिव आजाद अली, भरत शर्मा, बसन्त पन्त, अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष सुलेमान अली, अनुसूचित जाति के सह अध्यक्ष जय सिंह गौतम, अनिल सिंह आदि शामिल थे।

सौभाग्य से पूरा होगा राज्य में हर घर में बिजली का सपना

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के. सिंह ने शुक्रवार को पवैलियन ग्राउण्ड में संयुक्त रूप से विद्युत से वंचित घरों को विद्युतीकृत करने हेतु ‘‘सौभाग्य‘‘ प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना का राज्य स्तरीय शुभारम्भ किया। इस योजना का एक साथ राज्य के सभी जिलों में भी शुभारम्भ किया गया। ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अन्तर्गत पहले दिन प्रदेशभर में 10400 घरों को बिजली के कनेक्शन दिये गए। शुक्रवार को मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में 1235 घरों को विद्युत कनेक्शन दिये गए। मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने लाभार्थियों को संयोजन पत्र वितरित कर योजना का उद्घाटन किया।
अप्रैल माह तक हर गांव को बिजली: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के विद्युत से वंचित परिवारों को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए आज इस योजना का शुभारम्भ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली पहुंचने का मतलब सिर्फ रोशनी नहीं है। आज के आधुनिक युग में जब देश डिजिटल हो रहा है। इंसान तकनीक पर निर्भर होता जा रहा है। हमारे सभी उपकरण बिजली पर ही निर्भर हैं, ऐसे में गरीब घरों में प्रकाश पहुंचाने की पहल बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना से उन सभी परिवारों के जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा, जो परिवार अब तक बिजली से वंचित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में ऐसे 46 गांवों को बिजली पहुंचाई गई है, जहां अभी तक बिजली नहीं थी। अभी राज्य में 26 गांव ऐसे हैं जहां बिजली पहुंचाना बाकी है। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह तक हर गांव तक बिजली पहुंचा दी जाएगी।
अप्रैल 2019 तक 4 करोड़ घरों को बिजली: केन्द्रीय मंत्री
केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर को बिजली के सपने को साकार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शुरुआत में 18452 गांव बिजली से वंचित थे। आज मात्र 861 गांव बिजली से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह तक इन सभी गांवों का विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि 1 अप्रैल 2019 से पूर्व 4 करोड़ घरों में बिजली पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक लगभग 32 लाख विद्युत वंचित घरों में बिजली पहुँचा दी गई है।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने कहा कि सौभाग्य योजना प्रदेशभर में एक साथ लांच की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में प्रभारी मंत्रियों द्वारा इस योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले 1 वर्ष में 46 गांवों को विद्युतीकृत किया गया है। मार्च माह तक बाकी बचे 26 गांवों को भी विद्युतीकृत कर दिया जाएगा। सचिव श्रीमती झा ने बताया कि राज्य में 3,52,625 परिवार विद्युत से वंचित हैं। इसमें से 95,577 परिवारों को दीनदयाल उपाध्याय योजना से विद्युत आपूर्ति की जाएगी साथ ही शेष बचे 2,57,048 परिवारों को ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अंतर्गत विद्युतीकृत किया जाएगा। उत्तराखण्ड राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में, जहां अपरिहार्य कारणों से लाईन बनाना संभव नहीं है, घरों को सौर ऊर्जा से संयोजन प्रदान किया जायेगा, जिसके लिये लगभग रू0 50,000 प्रति घर व्यय होगा। ऐसे संयोजनों की संख्या लगभग 9,128 है।
सचिव श्रीमती झा ने बताया कि ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अन्तर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के समस्त विद्युत से वंचित घरों को विद्युत संयोजन निर्गत किये जाने का लक्ष्य मार्च, 2019 है। इस योजना के तहत 9 वाट का एल0ई0डी0 बल्ब, एक होल्डर, एक एम0सी0बी0, एक साॅकेट, दो स्विच, 10 फीट पी0वी0सी0 पाइप, 10 फीट पी0वी0सी0 वायर, मीटर तक लगने वाली केबल एवं बिजली के पोल व ट्रांसफार्मर, जहां पर आवश्यकता हो, निशुल्क दिये जा रहे हैं, ताकि देवभूमि के समस्त निवासियों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।
इस अवसर पर राज्य मंत्री  रेखा आर्य, सांसद राज्य लक्ष्मी शाह, विधायकगण, एवं अन्य  लोग उपस्थित थे।

बजट सत्र और चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस की तैयारियां शुरु

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देहरादून: पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र पुष्पक ज्योति  ने रेन्ज कार्यालय देहरादून में रेन्ज के सभी जनपद प्रभारियों की अपराध समीक्षा बैठक ली ।

बैठक में दिए गए दिशा निर्देश ः

  • आने वाली चारधाम यात्रा जोकि अप्रैल में शुरु हो रही है.उसके लिए सभी जनपद देहरादून, हरिद्वार,रुद्रप्रयाग,पौड़ी,चमोली,टिहरी और उत्तरकाशी में ट्रेफिक व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश।
  • विधान-सभा सत्र जोकि 20 मार्च 2018 से भरारीसैंण में होना प्रस्तावित है, उसकी सुरक्षा-व्यवस्था/अस्थाई कारागार की व्यवस्था को समय से स्थापित करने के निर्देश।विधान-सभा सत्र में जाने वाले फोर्स को समय से रवाना करने के साथ ही मैस व फोलोवरों को साथ में भेजने के निर्देश दिये गये।
  • जनपद देहरादून व हरिद्वार में यह मामलें प्रकाश में आये है, कि जेल में बंद गैंगस्टर के पास मोबाईल फोन से बाहर के लोगों को धमकी देकर रंगदारी के मामले सामने आ रहे है, अत:इन मामलों को सभी जनपदप्रभारी गम्भीरता से लेते हुये अपने-अपने जनपदों में जेलों में अपराधियों से मिलाने आने वालों व्यक्तियों की विस्तृत जानकारी के साथ ही मिलने आने वाले व्यक्तियों का भौतिक सत्यापन कर सर्तक दृष्टि रखने के निर्देश दिये गये।
  • जनपद देहरादून व हरिद्वार वाहन चोरी की घटना मे बढोत्तरी हुयी है, जिसे शीघ्र अनावरण के निर्देश दिये गेय।
  • अभी हाल में गाठित हिल पट्रोल यूनिट(Hill Petrol Unit)व हिल पट्रोल एमबुलेन्स(Hill Petrol Ambulance) व टूरिस्ट्र पुलिस(Tourist Police) द्वारा यात्रा सीजन में तैनाती से पूर्व प्रशिक्षण दिये जाने के निर्देश।
  • चार-धाम यात्रा के दौरान जोकि All Weather Road बनाने के साथ ही यात्रा मार्गों में अनेकों स्थानों में नेशनल हाईवे होने के कारण रोड निर्माण कार्य चल रहा है, जिस कारण यातायात बाधित हो रहा है,इन स्थानों को समय से चिन्हित कर पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर एन0एच0 के अधिकारियों से समन्वय कायम कर यात्रा-मार्गों हो रहे अवरोध को समय से हटाकर ट्रफ्रिक व्यवस्था सुचारु करने के निर्देश दिये गये। साथ ही यातायात मार्गों में समय से चेतावनी साईन बोर्ड लगाने के निर्देश दिये गये। ताकि चार-धाम आने वाले यात्रियों को असुविधा न हो। चेतावनी साईन बोर्ड में समबन्धित पुलिस अधीक्षक का नम्बर,थानाध्यक्ष का न0,व आवश्यक हेल्पलाईन न0 अकिंत होने जरुरी है।
  • देखने में आ रहा है कि विभिन्न मुद्दों को लेकर जनता द्रारा अक्रोश में आकर मूर्तियां तोड़कर या खडित कर विरोध प्रर्दशन किया जा रहा है, इस विषय प्रत्येक जनपद स्तर पर शहर व देहात क्षेत्रों में समबन्धित क्षेत्राधिकारियों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ गोष्टि कर एक कमेटी गाठित करने के साथ ही स्वंय जनपदप्रभारियों द्वारा समय-समय पर पर्यवेयण करने के निर्देश दिये गये।
  • सभी जनपद प्रभारियों को मुंख्य-मुख्य स्थानों को चिन्हित कर फुटपाथों में लगने वाले ठेली,फड आदि दुकानों का नगर-निगम व पुलिस की संयुक्त टीम गाठित कर दंप्रसं की धारा 133 व पुलिस एक्ट के तहत अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये गये। साथ ही इसकी प्रगति की अख्या की समीक्षा की गयी।

शासन स्तर पर रेन्ज स्तर पर गाठित एस0आई0टी0 की जांच के बाद समबन्धित जनपदों को कार्रवाही को जाने वाले केसों की भी समीक्षा की गयी। जिसमें सभी जनपदप्रभारियों को निर्देश दिये गये कि तत्काल एस0आई0टी मामलों में कार्रवाही कर रिर्पोट रेन्ज कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। अनावश्यक विवेचना को लम्बित न किया जाये,साथ ही समय-समय पर जनपदप्रभारियों द्वारा स्वंय भी भूमि से समबन्धित मामलों का अपने निकटतम पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिये गये।

हर ज़िले में तैनात होगी Quick Response Team: अशोक कुमार

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देहरादून। शुक्रवार को अशोक कुमार अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था द्वारा रेन्ज कार्यालय में अपराध समीक्षा बैठक ली गयी।

जिसमें कुछ आवश्यक बातों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर निर्देश दिये गयेः

  • पर्वतीय जनपदों में हिल पेट्रोल यूनिट का जल्द गठन करने के निर्देश दिये गये, जिनका मुंख्य काम स्ट्रीट क्राईम के साथ ही सड़क हादसे होने पर तत्काल पीडितों को मौके पर First Aid देकर निकटतम अस्पताल में उपचार उपलब्ध कराना होगा। साथ ही यातायात मार्गों में तैनात रहे कर यातायात व्यवस्था का कार्य भी करेंगे। हिल पेट्रोल यूनिट में तैनात पुलिस कर्मियों को आपदा उपकरणों से सुज्जित करने के साथ ही आधुनिक ट्रेनिंग के साथ ही आधुनिक उपकरणों से लैस कर तैनात किया जायेगा।
  • सभी जनपदप्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने जनपदों में नेशनल हाईवे में स्थापित थानों/चौकी में प्रशिक्षित आपदा प्रंबधन टीम जोकि आपदा उपकरणों से लैस हो,तैनात करने के निर्देश दिये गये।
  • यात्रा सीजन में टूरिस्ट्र पुलिस(Tourist Police) चार-धाम यात्रा मार्गों मे तैनात किये जाते है,जो एच्छुक पुलिस कर्मियों की सूची तत्काल मुख्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये ताकि समय से टूरिस्ट्र पुलिस कर्मियों को तीन दिवासीय कार्यशाला आयोजित कर टूरिस्ट्र पुलिस कर्मियों ट्रेंनिग देकर समय से तैनात कर सकें। साथ ही यात्रा सीजन से पहले प्रत्येक जनपद प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में टूरिस्ट्र पुलिस कर्मियों की तैनाती के मुंख्य-मुंख्य स्थानों जैसे- रेलवे स्ट्रेशनों, बस अड्डों को चिन्हित करने के साथ ही समय से टूरिस्ट्र पुलिस बूथों को स्थापित करने के निर्देश दिये गये।
  • हर जिले में क्यू0आर0टी (Quick Response Team) को तैनात करने के निर्देश दिये गये। क्यू0आर0टीम में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को विशेष कर जो कमांडो कोर्स करे हुये कर्मियो को तैनात करने के निर्देश दिये गये।

इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, पुलिस अधीक्षक क्राईम हरिद्रार, पुलिस अधीक्षक चमौली, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौडी, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, पुलिस अधीक्षक टिहरी, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून के साथ ही मनीषा नेगी मीडिया प्रभारी,विध्यभूषण नेगी पेशागार पुलिस उपमहानिरीक्षक ,खिलानन्द चिलकोटी,गोपनीय सहायक पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र आदि अधिकारी मौजूद रहेl

दून में हुआ 5वें स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का शानदार आगाज़

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को थानों में 5वें उत्तराखण्ड स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने प्रकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ वन्य जीवों की विविधता को भी उत्तराखण्ड की एक महत्वपूर्ण विशेषता बताया। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य आम लोगों और जंगल के बीच की खाई को कम करना है। साथ ही इससे बर्ड वाॅचिंग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि देश में पायी जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों की आधे से अधिक प्रजातियां उत्तराखण्ड में पायी जाती हैं।
तीन दिनों तक चलने वाले इस फेस्टिवल में सांस्क्रतिक प्रोग्राम ओर बच्चों को जंगली जानवरों ओर पक्षियों के बारे में बताया जा रहा है। कार्यक्रम की खासियत यह है कि इस फेस्टिवल में देश के अलावा  14 कन्ट्री के  प्रकृति प्रेमी अपने अनुभव साझा कर रहे हेैं।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत  ने कहा कि यह  कार्यक्रम अपने आप में अनूठा प्रयोग है जो वन्यजीवों और पक्षियों को नजदीक से जानने का अवसर प्रदान करेगा। देश के अंदर पक्षियों की 1200  सो प्रजातियो में से अबसे अधिक 700  प्रजाति हमारे  उत्तराखंड में  है।सीएम ने कहा की  इससे रोजगार के साधन भी उत्पन्न होंगे ।
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 मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वन्य जीव हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पशु पक्षियों के अभाव में सृष्टि का चक्र ही समाप्त हो जाएगा। इसलिए दुनिया के तमाम लोगों और विशेषकर वन्य जीव प्राणी विशेषज्ञों का प्रयास है कि इस विविधता को संरक्षण दिया जाए। यह हमारी आवश्यकता भी है, और उस को बनाए रखने के लिए तमाम प्रयास हो रहे हैं। उत्तराखण्ड विविधता की दृष्टि से बहुत ही संपन्न है, और इस धरोहर को संजोए रखने के हमें लगातार प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
वन मंत्री डाॅ.हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड की विविधता ही यहां की विशेषता है। बर्ड वाचिंग को प्रोत्साहन देने से इस क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
इस अवसर पर विधायक दिलीप रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक जयराज सहित अन्य अधिकारी एवं देश-विदेश से आए प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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