श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते पुजारियों के लिए पूजा अर्चना के दौरान ड्रेस कोड का अनुपालन सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती की अध्यक्षता में जोशीमठ में हुई बैठक में यात्रा तथा कार्यालय व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। सती ने बताया कि ज्योतिर्मठ स्थित श्री नृसिंह मन्दिर कार्यालय, विश्राम गृह, संस्कृत विद्यालय एवं महाविद्यालय में बायोमैट्रिक मशीन लगाये जाने, संस्कृत विद्यालय ज्योतिर्मठ में छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण किये जाने, अधिकारी-कर्मचारी कर्मचारी स्वीकृति के पश्चात अवकाश पर जाने, मन्दिर समिति की ज्योतिर्मठ स्थित भू-संपति के सीमांकन की कार्रवाई के लिए चमोली स्थित विधि कार्यालय ज्योतिर्मठ में बनाये जाने, अधिकारियों, कर्मचारियों को ई-ऑफिस का प्रशिक्षण देने के लिए आईटीडीए से समन्वय स्थापित करने, कार्यालयों, विद्यालयों विश्राम गृहों अधिनस्थ मन्दिरों के सफल संचालन के लिए संबंधित कर्मचारियों के साथ-साथ 15-15 दिनों में समीक्षा बैठक किये जाने, समिति के अधिनस्थ मन्दिरों में मन्दिर की गरिमा के अनुरूप पुजारियों को ड्रेस कोड के अनुसार ही नित्य नियम पूजाएं सम्पादित करने, शंकराचार्य गद्दी स्थल में भी दान पात्र लगाये जाने, श्री नृसिंह मन्दिर एवं श्री वासुदेव मन्दिर तथा शंकराचार्य गद्दी स्थल में स्पीकर के माध्यम से विभिन्न भाषाओं में उनका महात्म्य बताये जाने से संबंधित प्रस्ताव पारित हुए।
मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि संस्कृत विद्यालयों में बच्चों को स्मार्ट शिक्षा के तहतं प्रोजेक्टर लगाये जाने चाहिए। समय-समय पर मन्दिर वाहन से बच्चों के भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। श्री भविष्य बदरी मन्दिर के संबंध में निश्चित दूरी अंतराल में साईन बोर्ड लगाये जाने, पूछताछ काउंटर एवं प्रसाद काउंटर का निर्माण किए जाने का निर्णय लिया।