आपदा प्रभावित व्यापारियों को सरकार से मदद का इंतजार

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देवप्रयाग
मई में शांता नदी में दशरथ पहाड़ पर बादल फटने से आये उफान से शांति बाजार में हुई तबाही से प्रभावित दुकानदारों को एक माह बाद भी सरकार से राहत का इंतजार है। प्रदेश के मुखिया तीरथ सिह रावत ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित दुकानदारों को उचित सहायता दिये जाने की घोषणा की थी। प्रशासन दैवीय आपदा से हुई क्षति का आकलन कर सरकार को भेज चुका है।
देवप्रयाग में शांता नदी ने रौद्र रूप दिखाते हुए आईटीआई के तीन मंजिला भवन सहित करीब दस दुकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया था। इस आपदा में करीब 22 लोगों का रोजगार पूरी तरह खत्म हो गया है। आईटीआई के साथ प्रयाग शिशु स्कूल व एक कम्प्यूटर सेंटर भी आपदा की भेंट चढ़ गये थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना का संज्ञान लिया था।
प्रदेश मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने काबीना मंत्री सुबोध उनियाल, आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत व विधायक विनोद कण्डारी के साथ घटनास्थल का अगले दिन ही दौरा किया। राज्य आंदोलनकारी हरेकृष्ण भट्ट ने सीएम को पीड़ित दुकानदारों की ओर से ज्ञापन देकर फौरी राहत व रोजगार दिये जाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने डीएम टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव को इस बाबत सभी कार्रवाई पूरी किये जाने के निर्देश दिये थे।
तहसीलदार देवप्रयाग एसएस कठैत के मुताबिक आपदा से हुई  तबाही का आकलन कर सरकार को भेज दिया गया था। इस मामले में अभी किसी तरह के मुआवजा जारी होने की  सूचना नहीं है।
आपदा से आर्थिक संकट झेल रहे नरेश ध्यानी, जरीस सलमानी, नरेश तड़ियाल, हरे कृष्ण भट्ट,दीपक टोडरिया, उत्तम सिह, ज्योति चन्द्र बिजल्वान, दुर्गा प्रसाद भट्ट,राजेंद्र असवाल, जयप्रकाश पंत, रणजीत सिह, शमशाद अहमद आदि ने सरकार सेवासहायता दिये जाने को फिर से गुहार लगाई है।