अब यूज़्ड कुकिंग ओयल और प्लास्टिक से परहेज करने लगे देहरादून के व्यापारी

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देहरादून, धीरे-धीरे ही सही, देहरादून के आम लोगों और व्यवसायियों में यूज़्ड कुकिंग ओयल और प्लास्टिक को लेकर जागरूकता आने लगी है। व्यवसायी आमतौर में प्लास्टिक के बैग और अन्य चीजों को अपने बिजनेस का जरूरी हिस्सा मानते रहे हैं, लेकिन अब वे प्लास्टिक का इस्तेमाल स्वेच्छा से बंद करने लगे हैं।

इसका एक उदाहरण सोमवार को सामने आया, जब देहरादून की 30 साल पुरानी नैनी बैकरी के वरुण गुलाटी ने जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी गणेश कंड़वाल को सुचित किया की वे आज से अपनी बैकरी में यूज़्ड कुकिंग ओयल और प्लास्टिक का कोई सामान इस्तेमाल नहीं करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी बैकरी में इस्तेमाल के लिए रखा गया प्लास्टिक का सारा सामान भी जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी के हवाले कर दिया। इसमें बर्थडे केक के साथ दिये जाने वाले प्लास्टिक के चाकू, प्लास्टिक के गिलास, कटोरे आदि शामिल हैं।

वरुण गुलाटी ने कहा कि, “वे और उनका भाई तरुण गुलाटी तीसरी पीढ़ी में नैनी बैकरी चला रहे हैं। प्लास्टिक के अंधाधुध इस्तेमाल से शहर में फैल रही गंदगी के कारण उन्हें काफी दुख होता था। रविवार को देहरादून मिठाई एसोसिएशन और देहरादून बैकर्स एसोसिएशन की वर्कशाॅप मे यूज़्ड कुकिंग ओयल और प्लास्टिक को लेकर प्रजेंटेशन से उन्हें बेहद प्रेरणा मिली और वापस लौटकर उन्होंने अपने भाई से विचार-विमर्श के बाद अपनी बैकरी में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया। “

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी गणेश कंडवाल ने नैनी बैकरी की इस घोषणा का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि दून के अन्य मिठाई और बैकरी व्यवसायी जल्द इस तरह की घोषणा करेंगे। कंडवाल ने कहा की आने वाले दिनों मे  Repurposed यूज़्ड कुकिंग ओयल (RUCO) योजना पर विभाग और तीव्रता से काम करेगा । उन्होंने कहा कि तेल का बार-बार इस्तेमाल किये जाने से कई गंभीर रोग होने का खतरा रहता है। ऐसे में जरूरी है कि तेल को तीन बार से ज्यादा इस्तेमाल न किया जाए। उन्होंने कहा कि, इस बचे हुए तेल का डिस्पोजल भी सही तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने प्लास्टिक को लेकर व्यवसायियों को प्रेरित करने के लिए गति फाउंडेशन और संस्था के अध्यक्ष अनूप नौटियाल के प्रयासों के लिए धन्यवाद प्रेषित किया ।