भूस्खलन से मंडरा रहा गोदली इंटर कालेज पर खतरा

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अल्मोड़ा
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गोपेश्वर। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) पोखरी की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों और स्कूली बच्चों के साथ ही विद्यालय के भवनों को भुगतना पड़ रहा है। भूस्खलन के कारण राजकीय इंटर काॅलेज गोदली को जाने वाला मार्ग तो ध्वस्त हो ही गया है, साथ ही स्कूल की भूमि भी इसकी जद में आ गई है।
लोनिवि की ओर से छह वर्ष पूर्व कलसीर, गुडम, नैल और नौली गांवों के लिए शुरू किया गया सड़क निर्माण का काम अब तक अधूरा पड़ा है। सड़क कटिंग से हर वर्ष गोदली के पास भूस्खलन हो रही है। ग्रामीण कई बार इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से करके थक चुके हैं। दो माह पूर्व लोनिवि पोखरी ने गोदली के निचले हिस्से में भूस्खलन रोकने के लिए चैक डैम बनवाया था। मगर ये चैक डैम पहली बारिश भी नहीं झेल पाए। सोमवार से लगातार हो रही वर्षा के कारण बुधवार की रात को चैक डैम धराशाई हो गए हैं।
राइका गोदली के अभिभावक संघ के अध्यक्ष संदीप का कहना है कि गोदली इंटर काॅलेज सड़क मार्ग से चार से पांच किमी की दूरी पर है। इस कारण यहां प्रशासन का कोई आदमी नहीं आता है। भूस्खलन होने की शिकायत कई बार लोनिवि और प्रशासन को दी गई है। हर बार लोनिवि के कर्मचारी मौका मुआयना कर लौट जाते हैं, पर कार्रवाई कुछ नहीं होती।
उनका यह भी आरोप है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं है। काॅलेज प्रशासन एवं स्थानीय ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को पिछले साल भी भूस्खलन होने की जानकारी दी थी, उसके बाद राजस्व विभाग ने निरीक्षण किया मगर समस्या जस की तस रही। इस वर्ष लगातार बारिश होने के कारण विद्यालय के दोनों ओर से भूस्खलन हो रहा है। दूसरी ओर पेड़ वाले गुरु के नाम से विख्यात धनसिंह घरिया ने कहा कि स्कूल के दोनों ओर पिछले वर्ष पांच सौ पौधे रोपे गए थे। भूस्खलन आने से इन्हें भी भारी नुकसान हुआ है।
लेनिवि पोखरी के सहायक अभियंता केके पाॅल का कहना है कि उन्हें भूस्खलन और चैक डैम के टूटने की जानकारी मिली है। बारिश का मौसम समाप्त होते ही यहां पर फिर से चैक डैम का निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा। टूटे हुए चैक डैमों का अभी ठेकेदार को भुगतान नहीं किया गया है। इन चैक डैमों को फिर से बनवाया जाएगा।