भागीरथी किनारे गिराए कूड़े को 48 घंटे के भीतर हटाएं

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उत्तरकाशी

उत्तरकाशी, जिलाधिकारी ने भागीरथी के किनारे जो कूड़ा पूर्व में गिराया गया था, उसे 48 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।

नमामि गंगे परियोजना कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बाडाहाट को शीघ्र कम्पेटकर खरीदने के साथ ही कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि चयनित कर वन भूमि हस्तारण प्रस्ताव अपलोड करने के निर्देश दिए साथ ही नालू पानी के पास भागीरथी के किनारे जो कूड़ा पूर्व में गिराया गया उसे 48 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता सिंचाई को निर्देश दिए कि योजना के अन्तगर्त निमर्णाधीन घाटों का कार्य शीघ्र पूर्ण करे ताकि उनका लोकापर्ण कराया जा सके।

जिलाधिकारी ने गंगा प्रदूषण ईकाई को गंगोत्री धाम में स्वीकृत पम्पिंग स्टेशन का प्रस्ताव तीन में प्रस्तृत करने के निर्देश देते हुए नमामि गंगे के अन्तगर्त प्रदूषण ईकाई द्वारा की जा रहे कार्यों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तृत करने के निर्देश उपजिलाधिकारी भटवाड़ी व अधिषासी अभियन्ता जल संस्थान को दिये। उन्होंने उपजिलाधिकारी डुण्डा, एसडीओ वन व अधिशासी अधिकारी नगरपालिका चिन्यालीसौड़ को कूड़ा प्रबंधन डापिंग के लिए पांच दिन में भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव प्रस्तृत करने के निर्देश दिए। डा. चौहान ने उत्तरकाशी नगरपालिका में जुडे क्षेत्र लदाड़ी, जोशिया़ड़ा, तिलोथ, कन्सेण को सीवरेज से जोड़ने के निर्देश जल संस्थान को दिये साथ ही भविश्य में बढ़ते शहर की गतिविधियों को देखते हुये शहर का नया मास्टर प्लान बनाने को कहा।

हर में सभी होटल, धर्मशाला को भी सीवरेज अथवा स्ंवय के एसटीपी बनवाने के निर्देश भी बैठक में दिए। नगरपालिका बाडाहाट द्वारा अभी तक रामलीला मैदान में ही कूड़ा डालने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये उपजिलाधिकारी भटवाड़ी व डा. सुजाता सिंह को रामलीला मैदान में डाले जा रहे कूड़े से संक्रमण की सम्भावना की जांच कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तृत के निर्देश् दिये।

नमामि गंगे संयोजक हरीश सेमवाल ने गंगोरी में घाट व इन्दावती के पास शमशान घाट बनाने का प्रस्वाव नमामि गंगे में रखने कों कहा।  बैठक में संयोजक नमामि गंगे विचार मंच लोकन्द्र सिंह विष्ठ, उपजिलाधिकारी देवन्द्र सिंह नेगी,जिला विकास अधिकारी संजय सिंह, डा.सुजाता सिंह, महा प्रबंधक उद्योग एसएस रावत, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान बीएस डोगरा, सिंचाई जीपी सिलवाल आदि मौजूद थे।