गोपेश्वर। जोशीमठ नगर पालिका द्वारा इन दिनों कचरे का निस्तारण नहीं होने से नागरिकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर पालिका की लापरवाही से यत्र-तत्र कचरा बिखरा होने से केंद्र सरकार की स्वच्छता योजना को पलीता लग रहा है।
चमोली जिले की चारधाम यात्रा मार्ग की नगर पालिका जोशीमठ ने कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था नहीं की है। नगर से निकलने वाले कचरे का निस्तारण नगर के प्रवेश द्वारा चुंगीधार में किया जा रहा है। इस कचरे में लगी आग से दिनभर दूषित हवा के गुबार उठ रहे हैं। इससे यहां आवजाही करने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर पालिका परिषद जोशीमठ चमोली जिले की दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाली नगर पालिका है लेकिन नगर पालिका की ओर से यहां अभी तक कूड़े के निस्तारण के लिए डंपिंग जोन की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। पालिका ने नगर के कूड़े का निस्तारण बदरीनाथ हाइवे पर नगर के प्रवेश द्वार चुंगीधार के समीप किया जा रहा है। साथ ही पालिका की ओर से कूड़े को जलाया जा रहा है। जबकि राष्ट्रीय हरित पंचाट(एनजीटी) की ओर से खुले में कूड़ा निस्तारण करने और जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
ऐसे में स्वच्छता के लिए जिम्मेदार संस्थाओं का नियमों का उल्लंघन बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। नगर के मुख्य द्वार पर हो रहे कूड़ा निस्तारण से जहां आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है। वहीं कूड़े के जलाए जाने से यहां नगर की बड़े हिस्से में दूषित हवा लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। स्थानीय निवासी कल्पेश्वर भंडारी और धर्मेंद्र नेगी का कहना है कि कई बार नगर में कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था करने की मांग उठाई गई लेकिन वर्तमान तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
अधिसाशी अधिकारी सत्य प्रकाश नौटियाल का कहना है कि नगर क्षेत्र में कूड़ा डंपिंग जोन के लिए भूमि चयन कर ली गई है। डंपिंग जोन के निर्माण के लिए वित्तीय प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही कूड़ा डंपिंग जोन का निर्माण करवा लिया जाएगा।





















































