अपने घर सीएम को बुलाना क्यों पड़ा इस विधायक को मंहगा?

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पूर्व विधायक मोहम्मद शहज़ाद के सितारे पूरी तरह गर्दिश में हैं। चौथी बार बसपा जॉइन करने के बाद एक बार फिर भाजपा नेताओं से नज़दीकियों के चलते जॉइन करने एक सप्ताह बाद ही सुप्रीमो के आदेश पर क्लीन बोल्ड कर दिए गए।
पूर्व विधायक मोहम्मद शहज़ाद के पार्टी से बाहर निकाले जाने को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओ का बाज़र गर्म है । जहां ये खबर पूर्व विधायक सहित उनके समर्थकों के लिए हाई वोल्टेज झटका है तो शहज़ाद के विरोधियों के लिए दिवाली से कम नही ।

गौरतलब है कि पूर्व विधायक मोहम्मद शहज़ाद ने काफी जद्दोजहद के बाद अपनी तिगड़म बाजी से गत सप्ताह छह ज़िला पंचायतों और अपने सेकड़ो समर्थको के साथ बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान की मौजूदगी में हाथी पर सवार हुए थे और अब एक सप्ताह बाद उन पर भाजपा नेताओ से नज़दीकियों के चलते निष्कासित कर दिया गया। सूत्र ये भी बताते है कि मोहम्मद शहज़ाद को पार्टी से निकालने का निर्णय चार दिन पहले ही ले लिया गया था। सूत्र बताते है कि पार्टी जॉइन करने के बाद पूर्व विधायक और बसपा प्रदेश अध्यक्ष एक गाड़ी में सवार होकर ऋषिकेश धुमाकोट हादसे में घायल हुए लोगो को देखने पहुंचने और उसके बाद सरकार के कद्दावर मंत्री जोकि शहज़ाद के बेहद नज़दीकी है उनसे मिलने पहुंचे थे ये बात सबूत सहित बसपा सुप्रीमो तक पहुंची । यही नही इसके बाद प्रदेश के सीएम , कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ,कैबिनेट मंत्री प्रकाश पन्त , सहित भाजपा के नेता और विधायक भी पूर्व विधायक के बेटे की शादी में शामिल हुए जबकि बसपा नेताओ ने हालात देखते हुए शादी में जाने से किनारा कर डाला । पूर्व विधायक और सी एम सहित मंत्रियों और विधायकों का शादी में जाना भाजपा विधायक संजय गुप्ता और यतीश्वरानन्द को भी खला और दोनों ने मिलकर पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया ।

शहज़ाद के निष्कासन को लेकर आज बसपा कार्यलय हरिद्वार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निष्कासन की जानकारी मीडिया को दी गयी साथ ही एक लेटर भी दिखाया गया जिसमें शहज़ाद का निष्कासन किया गया है वजह भाजपा नेताओं से नज़दीकियों के चलते निष्कासित करना बताया गया है ।आज घर मे शादी समारोह का दिन होने होने के चलते पूर्व विधायक की ओर से कोई बयान नही आया है सूत्र बताते है कि पूर्व विधायक शादी समारोह से निपटते ही मीडिया से रूबरू होंगे । अब देखने वाली बात होगी कि क्या शहज़ाद अब पार्टी के खिलाफ कोई बयान जारी करंगे या फिर जो आदेश निष्कासन का हुआ है उसे कबूल करेंगे ।